वर्ष २०२१ में ईशनिंदा कानून की आड में ५८५ लोगों को बंदी बनाया !

जिहादी पाकिस्तान में हिन्दुओं की दुर्दशा !

धर्मपरिवर्तन तथा हिन्दू लडकियों के अपहरण में भी भयंकर वृद्धि !

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – जिहादी पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की स्थिति दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है । एक ओर वहां के हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन, अपहरण तथा हत्याओं में वृद्धि हो रही है, जबकि दूसरी ओर ईशनिंदा कानून का अनुचित लाभ उठा कर हिन्दुओं पर अत्याचार बढ रहे हैं । इस्लाम का कथित अपमान करने के कारण केवल वर्ष २०२१ में ५८५ लोगों को बंदी बनाए जाने की जानकारी सामने आई है ।

कुछ दिन पूर्व ही हैदराबाद में अशोक कुमार नामक हिन्दू पर उसके द्वारा इस्लाम का अपमान करने का दोष मढते हुए पुलिसकर्मियों ने उसे बंदी बनाया । तत्पूर्व मुसलमानों के समूह द्वारा उसके घर पर आक्रमण किया गया था । पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग के अनुसार बंदी बनाए गए ५८५ लोगों में हिन्दू, ख्रिस्त एवं मुसलमानों में प्रमुख रूप से अहमदिया जाति के लोगों का समावेश है । ईशनिंदा का आरोप लगाते हुए गत वर्ष ३ लोगों की हत्या की गई ।

हिन्दू लडकियों का अपहरण तथा धर्मपरिवर्तन की घटनाओं में भी द्रुत गति से वृद्धि हुई है । गत कुछ वर्षाें में हिन्दू लडकियों का अपहरण कर उन्हें दबाव में लाकर ‘मुसलमान युवक से प्रेम विवाह किया’, न्यायालय में ऐसा कहने पर बाध्य कर उनके धर्मपरिवर्तन करने की घटनाओं में वृद्धि हुई है ।

पंजाब प्रांत में बलपूर्वक धर्मपरिवर्तन के प्रकरण तीन गुना बढ गए हैं !

पंजाब प्रांत में हिन्दू अथवा ख्रिस्तियों के बलपूर्वक धर्मपरिवर्तन की घटनाओं में तीन गुना वृद्धि हुई है । वर्ष २०२० में धर्मपरिवर्तन की १३ घटनाएं उजागर हुई थीं तथा वर्ष २०२१ में ऐसी ३६ घटनाएं घटीं । सिंध प्रांत की स्थिति भी कुछ भिन्न नहीं है ।

संपादकीय भूमिका 

  • भारत में प्रतिदिन येनकेन प्रकारेण हिन्दुओं के देवी-देवताओं का अपमान किया ही जा रहा है । इसके पीछे भारी संख्या में धर्मांध मुसलमान ही हैं । इसलिए अब भारत को भी ईशनिंदा कानून बना कर ऐसे मुसलमानों पर कठोर से कठोर कार्यवाही कर पाकिस्तान को पाठ (सबक) पढाना (सिखाना) चाहिए !
  • यदि पाकिस्तान के हिन्दुओं की स्थिति में सुधार करनी है, तो प्रथम भारत में ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करें !