‘आदिपुरुष’ चित्रपट के विरोध में देहली उच्च न्यायालय में याचिका !
चित्रपट के माध्यम से भगवान श्रीराम, सीतामाता, श्री हनुमान आदि को गलत ढंग से दिखाया
चित्रपट के माध्यम से भगवान श्रीराम, सीतामाता, श्री हनुमान आदि को गलत ढंग से दिखाया
ऐसे लेनदेन में पैसे का स्रोत महत्त्वपूर्ण सिद्ध होता है; परंतु निर्णायक नहीं ! कोलकाता उच्च न्यायालय ने एक प्रकरण की सुनवाई के समय ऐसा कहा ।
इस विवरण में आगे कहा गया है कि धारा ‘१२४ अ’ का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए, इसलिए उसमें सरकार को आवश्यक टिप्पणियां देनी चाहिए । तथापि वह निरस्त करने से देश की अखंडता एवं सुरक्षा पर परिणाम हो सकता है ।
देश में समान नागरिकता कानून लागू करने की हिन्दुओं की विगत अनेक वर्षों से मांग थी । वह अब पूरी होते नजर आ रही है । मान्यताप्राप्त धार्मिक संगठनों को ३० दिनों में मत भेजने का आवाहन
यहां के बेस्ट बेकरी प्रकरण के संदर्भ में मुंबई सत्र न्यायालय ने परिणाम घोषित किया है । सबल प्रमाण के अभाव में न्यायालय ने हर्षद रावजीभाई सोलंकी तथा मफत मणिलाल गोहिल ऐसे दो अपराधियों को निर्दोष मुक्त किया गया है ।
अध्यात्मविहीन व्यवस्था के कारण किस प्रकार काम बिगडता है, इसका यह उत्तम परंतु लज्जास्पद उदाहरण !
यहां के न्यायालय में अज्ञात लोगों ने संजीव माहेश्वर जीवा इस गुंडे की गोली मारकर हत्या कर दी ।
देहली उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट
विद्यार्थियों के लिए अंग्रेजी भाषा की अडचन होने का दावा
पीडिता ने कहा कि, युवक को मुझसे विवाह नहीं करना है इसलिए वह झूठ बोल रहा है । मुझे मंगल दोष नहीं है । इस पर उच्च न्यायालय ने उपर्युक्त आदेश दिया ।
बांगलादेश के हिन्दू संगठनों का विरोध
हिन्दू कुटुंबियों को देश से बाहर निकालने का प्रयत्न होने का आरोप