‘आदिपुरुष’ चित्रपट के विरोध में देहली उच्च न्यायालय में याचिका !

चित्रपट के माध्यम से भगवान श्रीराम, सीतामाता, श्री हनुमान आदि को गलत ढंग से दिखाया

पत्नी के नाम पर घर क्रय करना बेनामी लेनदेन नहीं ! – कोलकाता उच्च न्यायालय

ऐसे लेनदेन में पैसे का स्रोत महत्त्वपूर्ण सिद्ध होता है; परंतु निर्णायक नहीं ! कोलकाता उच्च न्यायालय ने एक प्रकरण की सुनवाई के समय ऐसा कहा ।

देशद्रोह का कानून निरस्त नहीं किया जा सकता ! – विधि आयोग

इस विवरण में आगे कहा गया है कि धारा ‘१२४ अ’ का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए, इसलिए उसमें सरकार को आवश्यक टिप्पणियां देनी चाहिए । तथापि वह निरस्त करने से देश की अखंडता एवं सुरक्षा पर परिणाम हो सकता है ।

समान नागरिकता कानून दृष्टिक्षेप में : विधि आयोग द्वारा जनता की ओर से  मत मंगवाए !

देश में समान नागरिकता कानून लागू करने की हिन्दुओं की विगत अनेक वर्षों से मांग थी । वह अब पूरी होते नजर आ रही है । मान्यताप्राप्त धार्मिक संगठनों को ३० दिनों में मत भेजने का आवाहन

सबल प्रमाण के अभाव में १० वर्ष के उपरांत अपराधी निर्दोष मुक्त !

यहां के बेस्ट बेकरी प्रकरण के संदर्भ में मुंबई सत्र न्यायालय ने परिणाम घोषित किया है । सबल प्रमाण के अभाव में न्यायालय ने हर्षद रावजीभाई सोलंकी तथा मफत मणिलाल गोहिल ऐसे दो अपराधियों को निर्दोष मुक्त किया गया है ।

अधिवक्ता पुलिस और गवाहों के कारण देश के लगभग ३८% मुकदमे प्रलंबित |

अध्यात्मविहीन व्यवस्था के कारण किस प्रकार काम बिगडता है, इसका यह उत्तम परंतु लज्जास्पद उदाहरण !

लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) के न्यायालय में गुंडे की गोली मारकर हत्या !

यहां के न्यायालय में अज्ञात लोगों ने संजीव माहेश्वर जीवा इस गुंडे की गोली मारकर हत्या कर दी ।

प्रतियोगी परीक्षा प्रादेशिक भाषाओं में लें !

देहली उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट
विद्यार्थियों के लिए अंग्रेजी भाषा की अडचन होने का दावा

बलात्कार प्रकरण का ज्योतिषशास्त्र से कैसा संबंध ? – उच्चतम न्यायालय 

पीडिता ने कहा कि, युवक को मुझसे विवाह नहीं करना है इसलिए वह झूठ बोल रहा है । मुझे मंगल दोष नहीं है । इस पर उच्च न्यायालय ने उपर्युक्त आदेश दिया ।

बांगलादेश में हिन्दू महिलाओं के कथित अधिकारों के लिए उच्च न्यायालय में याचिका !

बांगलादेश के हिन्दू संगठनों का विरोध
हिन्दू कुटुंबियों को देश से बाहर निकालने का प्रयत्न होने का आरोप