मंगलुरू बम विस्फोट के जिहादी आतंकवादी ने इससे पूर्व हिन्दुओं पर किए थे वार !

१५ अगस्त २०२० को स्वतंत्रता वीर सावरकर का फ्लेक्स फलक लगाने से हुए विवाद के समय २ लोगों पर चाकू से वार किए गए थे । इस आक्रमण में शारिक भी सहभागी था । इस प्रकरण में दो लोगों को बंदी बनाया गया था, जबकि शारिक भाग गया था ।

घुसपैठ करते हुए १ पाकिस्‍तानी आतंकवादी मारा गया, तो दूसरे को बन्दी बनाया !

रात के लगभग 2:00 बजे भारत की सीमा में घुसपैठ करते हुए दिखाई देने पर सैनिकों ने उन्हें शरण आने का आव्हान किया था; लेकिन वे भागने लगे तब उन पर गोलीबारी की गई । इसके पूर्व राजौरी सीमा पास के सैनिकों ने एक पाकिस्‍तानी आतंकवादी को जान से मारा था ।

जब तक आतंकवाद समूल नष्ट नहीं होता, तब तक शांति से नहीं बैठुंगा !

भारत में जिहादी आतंकवाद पाकिस्तान ने निर्माण किया है, जब तक भारत इसे समूल समाप्त नहीं करता, भारत में जिहादी आतंकवाद और भारत के पाक प्रेमियों की जिहादी मानसिकता समाप्त नहीं होगी, यह तथ्य भी उतना ही सत्य है !

जिहादी आतंकवाद पर बने चलचित्र ‘द केरल स्टोरी’ का विज्ञापन प्रदर्शित !

चलचित्र में ३२ सहस्त्र  हिन्दू और ईसाई युवतियों के धर्मांतरण और आतंकवाद के लिए उनका उपयोग कैसे किया गया दर्शाया गया है !

उदयपुर में रेलवे पटरी पर मिले विस्फोट के पीछे जिहादी आतंकवादी !

ओडा पुलपर उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे मार्ग की पटरी पर १२ नवंबर को हुए विस्फोट के पीछे जिहादी आतंकवादी होने का सामने आया है । इस विस्फोट के पीछे आतंकवादियों की विस्फोट करने की नई तकनीक होने की संभावना है ।

फ्रांस के नियतकालिक ने व्यंगचित्र द्वारा कतर को जिहादी आतंकवादी दर्शाया !

कतर को फुटबॉल विश्वकप प्रतियोगिता का मेजबान पद मिलने पर आलोचना

‘द केरल स्टोरी’ फिल्म पर प्रतिबंध लगाएं !’

केरल से हिन्दू एवं ईसाई युवतियों को ‘लव जिहाद’ के जाल में फंसाकर उनका धर्मांतरण कर उन्हें इस्लामिक स्टेट में भर्ती किए जाने की घटनाएं इससे पहले ही उजागर हुई हैं । उस विषय में कांग्रेस ने अभीतक मुंह क्यों नहीं खोला ?, यह वह बताएगी क्या ?

दाऊद ने भारत में आतंकी गतिविधियां करने के लिए भेजे थे १३ करोड रुपए !

दाऊद अब भी पाकिस्तान से भारत में गतिविधियां करने की शक्ति रखता है, यह भारत के सुरक्षा तंत्रों के लिए लज्जाजनक !

बंगाल में अल कायदा का जिहादी आतंकवादी बंदी !

कोलकाता पुलिस के विशेष कृति दल ने दक्षिण २४ परगना जनपद से ‘अल् कायदा भारतीय उपखंड’ आतंकवादी संगठन के २० वर्षीय मोनिरुद्दीन खान को नियंत्रण में लिया है ।

लष्कर-ए-तोयबा का आतंकवादी महम्मद आरिफ की फांसी का दंड स्थायी !

वर्ष २००० में देहली के लाल किले पर हुए आक्रमण का प्रकरण
सर्वोच्च न्यायालय ने पुन: एक बार पुनर्विचार याचिका अस्वीकार की ।