‘द केरल स्टोरी’ फिल्म पर प्रतिबंध लगाएं !’

  • केरल राज्य में धार्मिक विद्वेष उत्पन्न होने की संभावना को लेकर कांग्रेस की मांग

  • पुलीस महानिदेश के आदेश पर फिल्म के विरुद्ध अपराध पंजीकृत !

  • फिल्म में केरल के ३२ सहस्र हिन्दू एवं ईसाई युवतियों का धर्मांतरण कर उन्हें आतंकी बनाए जाने का दावा !

थिरूवनंतपूरम् (केरल) – निर्देशक सुदीप्तो सेन की आगामी ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म पर कांग्रेस ने प्रतिबंध लगाने की मांग की है । इससे पूर्व केरल के पुलीस महानिदेशक ने थिरूवनंतपूरम् शहर के पुलीस आयुक्त को इस फिल्म के विरुद्ध अपराध पंजीकृत करने का आदेश दिया था । इस फिल्म में केरल में आतंकवादियों को आश्रय दिए जाने के दृश्य दिखाए जाने से यह आदेश दिया गया था । उसके उपरांत इस फिल्म से संबंधित लोगों पर ‘अनुच्छेद १५३ अ एवं ब’ के अंतर्गत अपराध पंजीकृत किया गया । ३ नवंबर को इस फिल्म का संक्षिप्त अंश (टीजर) प्रदर्शित किया गया था । उसमें यह कहा गया था कि केरल में ३२ सहस्र हिन्दू एवं ईसाई युवतियों का धर्मांतरण कर उन्हें आतंकी बनाया गया है ।

३२ सहस्र युवतियों के संबंध में केंद्रीय जांच विभागों के पास जानकारी हो, तो उसे सार्वजनिक किया जाए ! – कांग्रेस

कांग्रेस के नेता तथा नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीसन् ने कहा कि इस फिल्म के माध्यम से अनुचित जानकारी प्रसारित की जा रही है; इसलिए इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए । मैने इस फिल्म का ‘टीजर’ देखा है । केरल में ऐसा कुछ भी नहीं होता । इसके माध्यम से देश में केरल की प्रतिमा धूमिल करने का प्रयास हो रहा है । इसके द्वारा विद्वेष फैलाया जा रहा है; इसलिए इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए । हम किसी भी फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के सदैव ही विरोध में रहे हैं; परंतु इस फिल्म में अनुचित जानकारी दी जाने के कारण उससे धार्मिक तणाव बढेगा । राज्य पुलीस के पास ऐसी ३२ सहस्र युवतियों के विषय में किसी प्रकार की जानकारी नहीं है । यदि केंद्र के गुप्तचर विभागों के पास केरल की युवतियों को आतंकवादी संगठनों को भर्ती किए जाने की कोई जानकारी हो, उन युवतियों की प्रविष्टि अथवा पते हों; तो इस जानकारी को उन्हें सार्वजनिक करना चाहिए ।

‘टीजर’ में क्या दिखाया गया है ?

‘द केरल स्टोरी’ के प्रदर्शित किए जाने के ‘टीजर’ में एक युवति को बुर्के में दिखाया गया है । वह कहती है, ‘‘मेरा नाम शालिनी उन्नीकृष्णनन् था । मुझे परिचारिका बनकर लोगों की सेवा करनी थी; परंतु अब मैं फातिमा बन गई हूं । अब मैं इस्लामिक स्टेट की एक आतंकी हूं तथा आज के समय में अफगानिस्तान के कारागार में बंद हूं । यहां मैं अकेली नहीं हूं, अपितु इससे पूर्व मेरी भांति धर्मांतरित की गईं ३२ सहस्र युवतियों को सीरिया एवं यमन इन देशों के रेगिस्तान में दफनाया गया है । केरल में एक सामान्य लडकी को आतंकी बनाने का खेल चल रहा है और वह भी खुलेआम ! कोई इसे रोकेगा ? यह मेरी कहानी है । यह उन ३२ सहस्र युवतियों की कहानी है । यह ‘द केरल स्टोरी’ है ।’’

‘द केरल स्टोरी’ चे ‘टीझर’ सौजन्य: Sunshine Pictures

संपादकीय भूमिका

  • केरल से हिन्दू एवं ईसाई युवतियों को ‘लव जिहाद’ के जाल में फंसाकर उनका धर्मांतरण कर उन्हें इस्लामिक स्टेट में भर्ती किए जाने की घटनाएं इससे पहले ही उजागर हुई हैं । उस विषय में कांग्रेस ने अभीतक मुंह क्यों नहीं खोला ?, यह वह बताएगी क्या ?
  • हिन्दुओं ने हिन्दूविरोधी फिल्मों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की, तो तुरंत ही अभिव्यक्तिस्वतंत्रता का स्मरण होनेवाली कांग्रेस अब मुसलमानों के तुष्टीकरण के लिए उसी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दमन कर रही है, इसे ध्यान में लीजिए !