कश्मीर में ३ आतंकवादी मारे गए

ऐसे कितने ही आतंकवादी मारे जाएं, फिर भी उनका निर्माता पाकिस्तान और कश्मीर की जिहादी मानसिकता को जब तक कुचला नहीं जाता, तब तक वहां का आतंकवाद नष्ट नहीं होगा !

पुलवामा आक्रमण में ४० सैनिकों के वीरगति प्राप्त होने से आनंद व्यक्त करनेवाले मुसलमान युवक को ५ वर्ष के कारावास का दंड

ऐसे लोगों को फांसी का दंड देने की कोई मांग करे तो आश्चर्य न लगे !

कराची में चीनी नागरिकों पर हुए आक्रमण की जांच चीन स्वयं करेगा !

इससे प्रमाणित होता है कि चीन को पाकिस्तान पर कोई विश्वास नहीं है !

देहली में ४ खालिस्तानी आतंकवादियों को बनाया बंदी !

इनसे ५ चीनी ग्रेनेड, एके ४७ राइफल और ९ सेंटीमीटर की ऑटोमैटिक पिस्तौल बरामद हुई है । ये हथियार पाकिस्तान से ड्रोनद्वारा पंजाब भेजे गए थे ।

भारतीय सैनिकों ने पंजाब में पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा भेजा गया एक बडा शस्त्र-संग्रह नियंत्रण में लिया !

इस प्रकार से शस्त्रों का जखीरा नियंत्रण में लेने की अपेक्षा ‘सौ सुनार की, एक लुहार की’, इस तत्त्व के अनुसार आगे जाकर एक ही वार में जिहादी आतंकवाद का संरक्षण पाकिस्तान को नष्ट कर देना अधिक उचित है, इसे राजकर्ता कब ध्यान लेंगे ?

इरान की शिया मस्जिद में हुई गोलीबारी में १५ लोगों की मृत्यु, ४० से अधिक लोग घायल

इरान के शिराज शहर में २६ अक्टूबर को शिया मुसलमानों के पवित्र स्थल शाह चेराग मस्जिद में नमाज के समय की गई अंधाधुंध गोलीबारी में १५ लोगों की मृत्यु तथा ४० से अधिक लोग घायल हुए । ३ सशस्त्र लोगों ने यह गोलीबारी की, जिनमें से दो को पुलिस ने बंदी बनाया है, तो एक भाग गया है ।

बांग्लादेश में जिहादी आतंकियों द्वारा श्री काली मंदिर पर आक्रमण

जिहादी आतंकवादियों ने कुछ दिन पूर्व ही बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले के गोविंदपुर में श्री काली मंदिर पर आक्रमण कर मंदिर में तोडफोड की । इस आक्रमण में स्थानीय जिहादी तुषार इस्लाम और उसके मित्र सम्मिलित थे ।

अजमेर दरगाह के पदाधिकारी के बेटे को खलिस्तानी आतंकवादियों की सहायता करने के प्रकरण में बनाया बंदी !

राजस्थान में कन्हैयालाल की हत्या प्रकरण में भी अजमेर दरगाह के एक सेवक को बंदी बनाया था । कुल मिलाकर इस दरगाह का किस-किस से संबंध है, इसकी कडी जांच होनी चाहिए !

जिहादी आतंकवाद के विरुद्ध रणनीति सिद्ध करनेवाली संयुक्त राष्ट्र की बैठक भारत में आयोजित होगी !

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ‘आतंकवाद प्रतिबंधक समिति’ की महत्त्वपूर्ण बैठक २८ तथा २९ अक्तूबर को भारत में हो रही है । २८ अक्तूबर को मुंबई एवं २९ अक्तूबर को देहली में यह बैठक आयोजित की गई है ।

पाकिस्तान के आतंकवादी को ‘अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी’ घोषित करने के लिए चीन ने पुन: किया विरोध !

विश्व के सभी देशों को संगठित रूप से चीन की ऐसी कार्यवाहियों का विरोध करना आवश्यक है !