अपने नागरिकों को खालिस्तान के विषय में असत्य सूचना प्रसारित कर रहा है चीन !

भारत के शत्रु जो रणनीति में (स्मार्ट) चतुर हैं ।

Pakistan Minorities : पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति दयनीय ! – पाकिस्तान का मानवाधिकार आयोग

इस स्थिति को बदलने के लिए सबसे पहले भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होना आवश्यक है!

Golden Temple Yoga : स्वर्ण मंदिर के परिसर में योगासन करनेवाली हिन्दू महिला के विरुद्ध पुलिस में परिवाद

इसमें मकवाना पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया गया है ।

Pakistan Minority Hindus : पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वा प्रांत से हिन्दू और सिक्खों का पलायन !

भारत हो अथवा पाकिस्तान, हिन्दुओं को धर्मांध मुसलमानों के कारण पलायन करना पडता है, यह पीछले १ सहस्र वर्षों का अनुभव है। इस स्थिति में परिवर्तन लाने के लिए भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करना आवश्‍यक है !

Nikhil Gupta Extradition : आरोपी निखिल गुप्ता का चेक रिपब्लिक देश से अमेरिका की ओर प्रत्यर्पण

खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या का षड्‌यंत्र रचने का प्रकरण

Khalistani Protest : कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने लगाए इंदिरा गांधी की हत्या के दृश्य वाले भित्तिचित्र !

भारतीय मूल के कनाडा के सांसद चंद्रा आर्या ने इस पर चिंता जताई है।

Pannun Announce Reward : कंगना राणौत को थप्पड मारनेवाली सिक्ख महिला सिपाही को खालिस्तानी आतंकी पन्नू द्वारा ८ लाख रुपए का इनाम घोषित !

कुलविंदर कौर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा दल की सिपाही है तथा वे चंडीगढ हवाईअड्डे पर नियुक्त होते हुए उन्होंने सांसद कंगना को थप्पड मार दी थी ।

Pro-Khalistan slogans : कनाडा में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो के सामने खलिस्तान के समर्थन में नारे !

भारत को जड से नष्ट करने की इच्छा रखनेवाले खलिस्तानवादियों के साथ उनके समर्थक ट्रुडो को भी भारत सरकार को वे समझेंगे, ऐसी भाषा में उत्तर देना चाहिए !

Pakistan Sikh Man Beaten : पाकिस्तान में सिक्ख व्यक्ति को नग्न कर पीटा

खालिस्तान की मांग करनेवाले, भारत, साथ ही कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों के सिक्ख अब चुप क्यों हैं ? अथवा उन्हें यह स्वीकार है ?

US On Khalistani Pannu : अमेरिका में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता होने के कारण आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू पर कार्रवाई नहीं हो सकती! – अमेरिका

अमेरिका में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सुरक्षित है। हम अपने कानूनों के अनुसार ही किसी भी आरोपी को दूसरे देश में प्रत्यर्पित करते हैं।