इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तुनख्वा प्रांत के अल्पसंख्यकों के अनेक परिवार बिगडी सुरक्षा परिस्थिति के कारण देश के अन्य क्षेत्रों में अथवा विदेश में भाग गए हैं। एक हिन्दू कार्यकर्ता ने यह जानकारी दी है। अफगानिस्तान की सीमा से सटे खैबर पख्तुनख्वा प्रांत में इस वर्ष के अप्रैल के अंत तक आतंकवाद से संबंधित न्यूनतम १७९ घटनाएं घटी हैं।
Hindus and Sikhs flee from Khyber Pakhtunkhwa province in Pakistan.
👉 Over the last 1,000 years, !$|@m!c cruelty has made Hindus run for their life.
The same holds true in modern day India or Pakistan.
Only a Hindu Rashtra is a secured place for the Hindus. pic.twitter.com/fXml5ZXpFx
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 21, 2024
१. पाकिस्तान हिन्दू मंदिर व्यवस्थापन समिति के हारून सरबदियाल ने कहा कि हिन्दू, सिक्ख और ईसाइयों के अधिकांश परिवार पंजाब और सिंध प्रांत में गए, तो कुछ विदेश में गए।
प्रांत में बिगडी हुई कानून और सुव्यवस्था के कारण हिन्दू और सिक्ख व्यापारियों उनके वंशगत घर छोडकर भागना पड रहा है। आदिवासी क्षेत्र, पेशावर, स्वात और कुछ पहाडी क्षेत्रों में अधिकांश हिन्दू और सिक्खों ने उनके वंशगत क्षेत्र छोड दिए हैं।
२. पीछले कुछ वर्षों में इन प्रांतों में लक्ष्यित हत्या की (टार्गेट किलिंग की) घटनाएं बढ गई हैं। परिणामस्वरूप अनेक सिक्ख परिवारों ने पेशावर की सब से पुरानी सिक्ख बस्तियों में से एक मोहल्ला जोगन शाह छोड दिया। इस क्षेत्र में ऐतिहासिक गुरुद्वारा और सिक्ख समुदाय का विद्यालय है। मोहल्ला जोगन शाह में लगभग ६ सहस्र सिक्ख रहते थे।
३. यहां के निवासी प्रदीप सिंह ने कहा कि हमारे पूर्वज रहते थे, वही यह क्षेत्र है। यहां हम हमारी संस्कृति, परंपरा और शिक्षा व्यवस्था को हमने संजोकर रखा है।
संपादकीय भूमिकाभारत हो अथवा पाकिस्तान, हिन्दुओं को धर्मांध मुसलमानों के कारण पलायन करना पडता है, यह पीछले १ सहस्र वर्षों का अनुभव है। इस स्थिति में परिवर्तन लाने के लिए भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करना आवश्यक है ! |