पानी के प्लास्टिक के बोतलों की स्वच्छता, उससे होनेवाली हानि तथा बीमारियां
बच्चों को विद्यालय ले जाने हेतु स्टील अथवा अच्छी प्लास्टिक की बोतलें दें, जिन्हें प्रतिदिन स्वच्छ करना आवश्यक है; क्योंकि बच्चे बोतल को मुंह लगाकर पानी पीते हैं ।
बच्चों को विद्यालय ले जाने हेतु स्टील अथवा अच्छी प्लास्टिक की बोतलें दें, जिन्हें प्रतिदिन स्वच्छ करना आवश्यक है; क्योंकि बच्चे बोतल को मुंह लगाकर पानी पीते हैं ।
‘युवा एवं राष्ट्र’ का विषय आता है, तब युवाओं की ओर राष्ट्र के भविष्य के रूप में देखा जाता है । ‘युवा सक्षम, तो राष्ट्र सक्षम’, ऐसा सरल संबंध है ।
भारत में तथाकथित आधुनिकतावादी एवं बुद्धिवादी साम्यवाद को पकडकर हिन्दुओं का धर्मशास्त्र, प्रथा परंपरा आदि का विरोध कर रहे हैं एवं समाज का बुद्धिभेद कर रहे हैं । इसलिए सुखी एवं समृद्ध जीवन देनेवाला हिन्दू धर्म एवं धर्माचरण का महत्त्व युवाओं में विविध माध्यमों से कैसे पहुंचेगा ? यह देखना आज के युवाओं का प्रथम राष्ट्र एवं धर्म कर्तव्य सिद्ध होगा !
यह न भूलें कि ‘धर्म’ राष्ट्र का प्राण है । राष्ट्र को धर्म का अधिष्ठान हो, राजा तथा प्रजा दोनों धर्मपालक हों, तभी राष्ट्र सभी संकटों से मुक्त और सुखी बनता है !
स्वभावदोष-निर्मूलन प्रक्रिया के कारण दोषों पर नियंत्रण पाकर गुणों का विकास होता है । इसलिए जीवन सुखी एवं आदर्श बन जाता है ।
पुरा वृत्त पढे : Shankaracharya Avimukteshwaranand Saraswati : गोहत्याएं रुकी नहीं, तो ५ वर्षाें के उपरांत गाय को चित्र में देखना पडेगा ! – https://sanatanprabhat.org/hindi/95646.html
भारत का मित्र देश होने का नाटक कर भारतविरोधी गतिविधियां चलानेवाले अमेरिका को उसे समझ में आनेवाली भाषा में ही उत्तर देना आवश्यक !
वक्फ बोर्ड को दिए गए असीमित अधिकारों के कारण इस बोर्ड की स्थिति, हम भारत की और कितनी भूमि हडप लें ?, ऐसी बन गई है ।
भारत में विगत २ सहस्र ५०० वर्षाें में अनेक कालगणनाएं उत्पन्न हुईं अथवा प्रचलित की गईं । इनमें से कुछ शुद्ध भारतीय, कुछ विदेशी, जबकि कुछ मिश्र स्वरूप की हैं ।
श्रीराम नवमी के दिन रामतत्त्व सामान्य की तुलना में १ सहस्र गुना सक्रिय रहता है । इस बढे हुए तत्त्व का लाभ लेने हेतु श्रीराम नवमी के दिन ‘श्रीराम जय राम जय जय राम ’ नामजप तथा प्रार्थना एवं श्रीराम की अन्य उपासना अधिकाधिक करें ।