‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ पर ५ वर्षों के लिए प्रतिबंध !

पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पी.एफ.आइ.) कट्टर जिहादी मानसिकता के संगठन पर केंद्र सरकार ने यु.ए.पी.ए. से प्रतिबंधित कर दिया है (अवैध कार्यवाहियां प्रतिबंधक अधिनियम) अधिनियम के अंतर्गत ५ वर्षों के लिए प्रतिबंधित ।

मंगलुरु (कर्नाटक) में पी.एफ.आई के केंद्रों पर छापेमारी : ५ को बंदी बनाया

केंद्र सरकार ने २८ सितंबर को ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पी.एफ.आई)’ पर प्रतिबंध लगा दिया है । तत्पश्चात १३ अक्टूबर को कर्नाटक के मंगलुरु में कुछ जगहों पर राष्ट्रीय अन्वेषण यंत्रणा द्वारा (‘एन.आई.ए’ द्वारा) छापेमारी की गई ।

भारत में पाकिस्तान सरकार के ट्विटर खाते पर प्रतिबंध

भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार के ट्विटर खाते पर भारत में प्रतिबंध लगाया है । भारत द्वारा हाल ही में ‘पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ पर ५ वर्षों के लिए प्रतिबंध लगाए जाने पर इस खाते से इस पर टिप्पणी करने वाले ट्वीट किए गए थे । यही कारण इस प्रतिबंध को लगाए जाने के विषय में बताया जा रहा है ।

पी.एफ.आई. पर लगे प्रतिबंध का समर्थन करनेवाले मौलवियों को उनकी जीभ काटने की धमकी

मौलाना रिजवी ‘ऑल इंडिया मुस्लिम जमात’ के अध्यक्ष हैं । इस धमकी के उपरांत उन्होंने एक वीडियो भी प्रसारित किया है । जिसमें उन्होंने कहा है, ‘‘मैं शांत बैठनेवालों में से नहीं हूं । ऐसी धमकियों से मैं नहीं डरुंगा ।’’

केरल उच्च न्यायालय की ओर से ‘पी.एफ.आई.’ को ५ करोड रुपए का दंड

केवल दंड ही नहीं, तो संबंधित लोगों को कठोर दंड देकर उन्हें कारावास में डालें !

‘पी.एफ.आई.’ के उपरांत उसकी राजनीतिक पार्टी ‘एस.डी.पी.आई.’ पर भी कार्यवाही होने की संभावना

‘एस.डी.पी.आई.’ पर पहले से चुनाव आयोग का ध्यान है । पार्टी को मिले दान से संबंधित जानकारी पर आयोग ने हमेशा पार्टी से प्रश्न पूछे हैं । वर्ष २०२१-२२ में पार्टी को २ करोड ९० लाख चंदा मिला; परंतु पार्टी के पदाधिकारी केवल २२ लाख रुपए की जानकारी दे सके ।

‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ की वेबसाइट एवं सोशल मीडिया खातों पर बंदी का आदेश

केंद्र सरकार ने ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पी.एफ्.आई.) और उसके ८ सहयोगी संगठनों की वेबसाइट और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है । फेसबुक और ट्वीटर को पी.एफ्.आई. से संलग्न सभी खातों को बंद करने के लिए कहा गया है ।

‘अब प्रत्येक मुसलमान युवक को बंदी बनाया जाएगा !’ – असुदुद्दीन ओवैसी

यह विधान मुसलमानों को उकसाने का भाग नहीं है क्या ? ‘पी.एफ्.आई’का समर्थन करनेवाले ऐसे सभी लोगों पर भी सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए !

‘पी.एफ.आई.’ पर प्रतिबंध का सूफी और बरेलवी मौलवियों की ओर से स्वागत

‘पी.एफ.आई.’ पर प्रतिबंध लगने के उपरांत विरोधी पक्षों की ओर से रा.स्व. संघ पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते समय दूसरी और मुसलमानों के कुछ संगठनों ने प्रतिबंध का स्वागत किया है । सूफी और बरेलवी मौलवियों ने प्रतिबंध का स्वागत किया है ।

‘पी.एफ.आई.’ पर प्रतिबंध, इस आंतरिक आतंकवाद पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ ! – श्री. चेतन राजहंस, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था

सनातन संस्था ने  प्रसिद्धी पत्रक में कहा है कि, ‘पी.एफ.आई.’ पर प्रतिबंध, यह ‘गजवा-ए-हिन्द’ अर्थात भारत को ‘इस्लामिक स्टेट’ बनाने के स्वप्न संजोनेवाले जिहादी मानसिकता को तमाचा है ।