India Taiwan Relation : (और इनकी सुनिए…) ‘भारत को ताइवान की राजनीतिक चाल का विरोध करना चाहिए !’ – चीन

ताइवान के राष्ट्रप्रमुख ने प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव के विजय पर बधाई देने पर भडका चीन !

US Media On Modi : (और इनकी सुनिए…) ‘मोदी को राजनीतिक सदमा पहुंचा !’ – अमेरिका के सभी समाचारपत्र

भारत के इस वर्ष के चुनाव में विदेशी एवं उससे अधिक अमेरिकी प्रसारमाध्यमों ने बडी मात्रा में हस्तक्षेप किया । चुनाव अप्रैल एवं मई में लेने के विषय में भी उन्होंने आपत्ति दर्शाई ।

23 Muslim Candidates Won : देश में ९० में से केवल २३ मुस्लिम उम्मीदवार जीते !

तथाकथित धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलों के जीते हुए कई हिन्दू उम्मीदवार , हिन्दुओं के लिए नहीं, बल्कि मुसलमानों के लिए अधिक काम करते है ।

AP Assembly Election Results : आंध्र प्रदेश में हिंदुद्वेषी वाय.एस्.आर्.को सत्ताच्युत कर तेलुगू देसम् पार्टी सत्ता में !

चंद्राबाबू नायडू ग्रहण करेंगे मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ

Purnima Nath : अमेरिका के हिन्दुओं की व्यथा प्रस्तुत करनेवाली पूर्णिमा नाथ को रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवारी !

विस्कॉनसिन के मिलवॉकी से मिली उम्मीदवारी !

Vladimir Putin : व्लादिमीर पुतिन ने पांचवीं बार ली रूस के राष्ट्रपति पद की शपथ !

बाजपेई युग से मोदी युग तक रहे बहुधा एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय राष्ट्रप्रमुख !

Canada legitimized separatist forces : कनाडा ने ‘स्वतंत्रता’ के नाम पर पृथकतावादी शक्तियों को संवैधानिक रूप दिया ! – विदेश मंत्री जयशंकर

कनाडा ने भारत पर आरोप करना उनकी राजनीतिक विवशता है । कनाडा में चुनाव हो रहे हैं । इसलिए मतपेटी की राजनीति चल रही है ।

Pakistan New Deputy PM : इशहाक डार बने पाकिस्तान के नये उप प्रधानमंत्री !

इशहाक डार ‘पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज’ के वरिष्ठ नेता हैं तथा नवाज शरीफ परिवार के निकटवर्ती माने जाते हैं ।

Jaishankar Slams Foreign Media : पश्चिमी प्रसारमाध्यमों की भारत में होने वाले चुनाव पर टिप्पणी, अर्थात जानकारी का अभाव

पश्चिमी प्रसारमाध्यम हमेशा ही स्वयं को अधिक होशियार समझते हैं । भारत के विषय में तो उन्हें अधिक द्वेष और पूर्वाग्रह है, जो हमेशा ही दिखाई देता है ! ऐसों को फटकार लगाने सहित भारत में प्रतिबंधित करना आवश्यक है !

(और इनकी सुनिए…) ‘भारत ने गोमंतकियों पर बलपूर्वक संविधान थोपा !’ – विरियातो फर्नांडिस, कांग्रेस

भारत स्वतंत्र होने के उपरांत केंद्र में सत्तारूढ कांग्रेस की ऐसी राष्ट्रविघातक विचारधारा के कारण ही उसने गोवा मुक्त करने में टालम-टोल की थी, यदि ऐसा कहा जाए, तो इस में चूक कैसी !