पत्थरबाजी करनेवाले आरोपियों को लाठी से मारना उत्पीडन न माना जाए !

गुजरात के खेडा जिले में पिछले वर्ष कुछ मुसलमानों को पत्थरबाजी करने के आरोप में पकडकर उनके पार्श्वभाग पर लाठी से मारा गया था ।

बाटला हाऊस मुठभेड प्रकरण के आतंकवादी को फांसी का दंड जन्मठेप में परावर्तित !

‘जिहादी आतंकवादियों को फांसी का दंड होना आवश्यक है’, ऐसे ही प्रत्येक राष्ट्राभिमानी को लगेगा, इसमें शंका नहीं !

उत्तर प्रदेश पुलिस ने महंत यति नरसिंहानंद को लक्ष्मणपुरी (लखनऊ) जाने से रोका !

डासना पीठ के महंत यति नरसिंहानंद को उत्तर प्रदेश पुलिस ने लक्ष्मणपुरी (लखनऊ) जाने से रोकने की जानकारी पुष्कल द्विवेदी ने ‘एक्स’ द्वारा दी । उन्होंने कहा कि इससे महंत का घोर अपमान किया गया है ।

‘जय श्री राम’ का उद्घोष नहीं कर सकते ! – धर्मांध मुसलमानों ने दी धमकी !

मुस्लिम-बहुल परिसरों में मस्जिदों से ‘जय श्री राम’ के नारे का विरोध करने वाले हिन्दू दिन में ५ बार और वर्ष के ३६५ दिन ‘इस विश्व में अल्लाह के अतिरिक्त कोई महान नहीं है’ इसकी बांग देते हैं। वे उसपर बात क्यों नहीं करते ?

बिहार में पुलिस ने दुर्घटना में मृत व्यक्ति की देह पुल से सीधे नीचे गड्ढे में फेंक दिया !

ऐसे पुलिसवालों को पुलिस कहें कि कसाई ? ऐसे पुलिसवालों को बंदी बनाकर उन्हें कारागृह में डालना चाहिए !

हजारीबाग (झारखंड) में मस्जिद के निकट शौर्य जागरण यात्रा से लौटनेवाले हिन्दुओं पर पथराव !

‘मस्जिद अर्थात हिन्दुओं पर आक्रमण का स्थान’, अब ऐसी नई परिभाषा करनी होगी ! कहा जाता है कि, ‘इस्लाम अर्थात शांति’; परंतु उनकी मस्जिदें अशांति निर्माण कर रही हैं !

बिना किसी कारण व्यक्ति को ३० मिनट कोठरी में बंद करनेवाला पुलिसकर्मी ५० सहस्र रुपयों से दंडित !

देहली उच्च न्यायालय का अभिनंदन ! अपेक्षा है कि न्यायालय यदि ऐसा ही तथा इससे भी अधिक कठोर दंड उद्दंड पुलिसकर्मियों को करेगा, तो ही उनमें कुछ तो परिवर्तन आएगा !

गुंडों द्वारा की जा रही जबरन पैसे वसूली की कान्ट्रेक्टर की मनाही; तो कर दी निर्माणाधीन सडक की खुदाई !

उत्तर प्रदेश में अब तक गुंडागिरी शेष होने से ऐसी घटनाएं हो रही हैं । अत: इन गुंडों के विषय में सरकार को अधिक कठोर होने की आवश्यकता है !

‘न्यूजक्लिक’ ने रचा था कश्मीर एवं अरुणाचल प्रदेश को ‘विवादग्रस्त क्षेत्र’ दिखाने का अंतर्राष्ट्रीय षड्‌यंत्र !

देशद्रोही कृत्य करनेवाले इस समाचार जालस्थल पर अबतक प्रतिबंध लगाना ही आवश्यक था !