‘जय श्री राम’ का उद्घोष नहीं कर सकते ! – धर्मांध मुसलमानों ने दी धमकी !

कर्णावती (गुजरात) के मुस्लिम बहुल परिसर में धर्मांधों  ने बजरंग दल कार्यकर्ताओं के वाहन को रोका !

कर्णावती (गुजरात) – यहां मुस्लिम बहुल चंदोला क्षेत्र से निकल रहे बजरंग दल कार्यकर्ताओं के एक वाहन को धर्मांध  मुसलमानों ने अवरुद्ध किया । वे कार्यकर्ता ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रहे थे, धर्मांधों ने वाहन अवरुद्ध कर दी और नारे बंद करने की धमकी दी। इस संबंध में एक लघु चलचित्र सामाजिक माध्यम पर प्रसारित किया गया है । इस प्रकरण में अभी तक कोईआरोप प्रविष्ट नहीं किया गया है ।

ये कार्यकर्ता शौर्य जागरण यात्रा के अवसर पर ´रिवर फ्रंट´ क्षेत्र में गए थे। वहां से जब वे लौट रहे थे तो यह घटना घटी । धर्मांध मुसलमानों ने बस रोकी और बजरंग दल कार्यकर्ताओं से कहा, ”हमारे क्षेत्र से निकलते समय नारे क्यों लगा रहे हो ? यदि घोषणा देनी है तो अपने क्षेत्र में जाइये । यदि हम आपके क्षेत्र में आकर ‘नारा-ए-तकबीर’ (अल्लाह सबसे महान है) और ‘अल्लाहु अकबर’ (अल्लाह महान है) चिल्लाए तो क्या होगा ?”( क्या आप बताएंगे कि घटना के समय कौन असुरक्षित है ? – संपादक) इतने में हीं वहां पुलिस भी पहुंची किन्तु वह हतबल दिखी । (हिन्दुओं को यह अपेक्षा नहीं है कि, भाजपा राज्य की पुलिस धर्मांध कट्टरपंथी मुसलमानों के सामने असहाय होगी ! दंगों के समय पुलिस हिन्दुओं की रक्षा कैसे करेगी ? – संपादक)

क्या गोधरा जैसा कांड करने का था षड्यंत्र ? – वि.हि.प.

इस घटना को लेकर विश्व हिन्दू परिषद के गुजरात प्रवक्ता हितेंद्र सिंह राजपूत ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है । अब गुजरात में हिंदुओं के ‘जय श्री राम’ की घोषणा पर लगेगा प्रतिबंध ? मुसलमानों द्वारा हिन्दू तीर्थयात्रियों का वाहन रोकने का उद्देश्य क्या था ? क्या इसके पीछे कोई षड्यंत्र है ? क्या मुसलमान गोधरा जैसा कृत्य करना चाहते थे (२००२ में मुसलमानों ने गुजरात के गोधरा रेलवे स्थानक पर कारसेवकों को ले जा रही साबरमती एक्सप्रेस के एक डिब्बे में आग लगा दी, जिसमें ५९ कारसेवक मारे गए) ? गृह मंत्री हर्ष सांघवी, पुलिस महानिदेशक से घटना की गहन जांच की मांग कर रहे हैं। लघु चलचित्र के आधार पर मुसलमानों की पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए ।

संपादकीय भूमिका

मुस्लिम-बहुल परिसरों में मस्जिदों से ‘जय श्री राम’ के नारे का विरोध करने वाले हिन्दू दिन में ५ बार और वर्ष के ३६५ दिन ‘इस विश्व में अल्लाह के अतिरिक्त कोई महान नहीं है’ इसकी बांग देते हैं। वे उसपर बात क्यों नहीं करते ?