सहस्त्र वर्षों से संघर्ष कर रहे हिन्दुओं का आक्रामक होना स्वाभाविक है ! – सरसंघचालक

मुसलमानों को अपनी यह अहंकारी धारणा छोड़ देनी चाहिए कि वे सर्वश्रेष्ठ हैं । उन्हें (मुसलमानों को) ‘हम एक उच्च वंश के हैं, हमने पहले भी इस देश पर शासन किया है और फिर से करेंगे , केवल हमारी पद्धति ही योग्य तथा अन्य निम्न  हैं, हम अलग हैं और इसलिए दूसरों के साथ नहीं रह सकते, यह दुराग्रह छोडना होगा ‘।

भारत की स्वीकृति की संस्कृति के कारण ही अहिंदुओं को मिली ‘हिंदू’ पहचान !

भारत में रहने वाले सभी नागरिक अनिवार्य रूप से हिंदू हैं । भारत में रहने से भी वे हिंदू हैं । आज उनकी (अहिंदुओं) पहचान जो भी है, उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि यह भारत की स्वीकृति की संस्कृति के कारण है ।

भारत में रहनेवाला प्रत्येक व्यक्ति हिन्दू है ! – सर-संघचालक प.पू. डॉ. मोहन भागवतजी

भारत को मातृभूमि माननेवाले, यहां की संस्कृति एवं विविधता का सम्मान करनेवाले, किसी भी धर्म, संस्कृति, भाषा एवं भोजन प्रणाली का अवलंबन करनेवाले एवं इस विचारधारा के लोगों के लिए काम करनेवाले सभी लोग हिन्दू हैं ।

विदेशी आक्रमणों से रुका आयुर्वेद का प्रसार ! – प. पू. सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत

विदेशी आक्रमणों के कारण आयुर्वेद का प्रसार रुक गया था । अब आयुर्वेद को पुनः मान्यता मिल रही है । आयुर्वेद के प्रसार का समय आ गया है ।

प्रभु श्रीराम से प्रेरणा लेकर समाज के प्रत्येक घटक को जोडने का काम करना चाहिए ! – प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत

प्रभु श्रीराम ने हमेशा ही सामाजिक एकता का मार्ग आचरण में लाया । श्रीराम ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत को एकत्र रखने का काम किया । उन्होंने समाज के प्रत्येक घटक को जोडने का प्रयास किया ।

मुसलमान सर्वाधिक गर्भ निरोधकों का उपयोग करते हैं, सरसंघचालक इस संबंध में बोलेंगे नहीं !

रा.स्व.संघ के प्रमुख का कहना है कि जनसंख्या पर नियंत्रण होना चाहिए किन्तु मैं आपको बताता हूं कि लोगों को इस बात की चिंता नहीं करनी चाहिए कि मुसलमानों की जनसंख्या बढ़ रही है ।

हमें पुनः विभाजन के मार्ग पर नहीं चलना है ! – प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत

‘हम अलग दिखते हैं, हम एक-दूसरे के नहीं हैं तथा हमें हमारा अलग चाहिए; यह अनुचित विचार है । हमने इन अनुचित विचारों का दुखद परिणाम देखा है । ऐसे विचारों के कारण भाई बिछड गया, भूमि बांटी गई; साथ ही धर्म एवं संस्थाएं मिट गईं ।

सरसंघचालक को ‘राष्ट्रपिता’ संबोधित करने वाले इमाम को इंगलैंड और पाकिस्तान से सिर काटने की धमकियां

सरसंघचालक ने सहसरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल और वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार सहित मस्जिद में जाकर उमर अहमद इलियासी से भेंट की थी । तबसे इमाम उमर अहमद इलियासी को धमकियां मिल रही हैं ।

सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने देहली में मस्जिद में जाकर मुसलमान नेता से भेंट की !

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने देहली में कस्तुरबा गांधी मार्ग पर स्थित मस्जिद का भ्रमण कर ‘ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन’ के प्रमुख डॉ. उमर अहमद इलयासी से भेंट की ।

हिन्दुत्व की शिक्षा को शिक्षाव्यवस्था में सम्मिलित किया जाए ! – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

अमरीका और ब्रिटन में हिन्दू धर्म पढाया जा रहा है । इसलिए इसे भारत में भी पढाया जाना चाहिए ।