हम सभी में भेदभाव उत्पन्न करने के लिए जात-पात की खाई निर्माण किया गया ! – सरसंघालक

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने प्रतिपादन किया है कि अनेक ऐतिहासिक घटनाएं हमें कभी बताई नहीं गईं, अथवा ठीक से पढाई नहीं गई हैं ।

भविष्य के १५ वर्ष में अखंड भारत दृश्यमान होगा ! – सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत

हम अहिंसा का सम्मान करते है, परन्तु हाथ में लाठी लेकर ही अहिंसा का सम्मान किया जाएगा ! – सरसंघचालक

जो हिन्दू धर्म छोड चुके हैं, उनकी घर वापसी करेंगे ! – सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत

हिन्दू धर्म का परित्याग न करें, इसलिए, उपस्थित हिन्दुओं को शपथ दिलाई गई !

विगत ७४ वर्षाें में देश ने अपेक्षित विकास नहीं किया; क्योंकि उसके लिए अपनाया गया मार्ग उचित नहीं था ! – सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत

लोगों को केवल ‘जय श्रीराम’ नहीं बोलना चाहिए, अपितु प्रभु श्रीराम जैसा बनने का प्रयास भी करना चाहिए ।

‘इस्लाम’ विदेशी आक्रांताओं के साथ भारत में आया’, यह इतिहास है वैसा बताना आवयक ! – मोहन भागवत, संघ प्रमुख, रा.स्व. संघ 

मुसलमान समाज के समझदार और अच्छे विचारों के नेताओं को आततायी वक्तव्यों का विरोध करना चाहिए । उन्हें यह काम लंबे समय तक और प्रयास पूर्वक करना होगा ।

जब तक हम चीन पर निर्भर रहेंगे, तब तक हमें उसके सामने झुकना पडेगा ! – सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत

केंद्र की भाजपा सरकार को सरसंघचालक के वक्तव्य का गंभीरता से संज्ञान लेकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रयास करने चाहिएं, यही जनता को लगता है !