बिहार में सिर काटकर राम जानकी मंदिर के पुजारी की हत्या !

बहुसंख्यक हिन्दुओं के देश में संत-महंत, पुजारियों की हत्याएं होना हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक ! इस स्थिति को परिवर्तित करने हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र’ अनिवार्य है !

जयपुर के श्री खाटूश्यामजी मंदिर में मची भगदड में ३ श्रद्धालुओं की मृत्यु !

हिन्दुओं के मंदिरों में उचित व्यवस्थापन न होने के कारण यात्राओं में होती हैं ऐसी दुर्घटनाएं ! यदि मंदिर प्रशासन भक्तों को सुलभ दर्शन दिलाने के लिए योग्य उपाय योजना करे, तो भक्तों को भगवान के द्वार पर अपने प्राण नहीं गंवाने होंगे !

सौदी अरेबिया में मिला ८ सहस्र वर्ष पूर्व का प्राचीन मंदिर !

इस मंदिर पर अनेक प्रतीक चिन्ह और शिलालेख भी हैं । यहां यज्ञवेदी भी मिली है । इससे निष्कर्ष निकाला जा रहा है कि, ‘यहां नियमित यज्ञ और अनुष्ठान होते रहे होंगे’ ।

विभाजन के समय यह स्पष्ट कर दिया जाना चाहिए था, कि जो मुसलमान ‘दारुल इस्लाम’ चाहते हैं, वे मुसलमान भारत में नहीं रह सकते ! डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामी

हिन्दुओं ने भी गलती की है । १९४७ में विभाजन के समय यह स्पष्ट कर दिया जाना चाहिए था कि जो मुसलमान ‘दारुल इस्लाम’ चाहते हैं, वे भारत में नहीं रह सकते ।

मादागास्कर की राजधानी में निर्माण किए गए भव्य हिन्दू मंदिर का उद्घाटन !

अफ्रिका खंड के पूर्व में स्थित मादागास्कर देश की राजधानी एंटानानैरिवो में २६ जुलाई को भव्य हिन्दू मंदिर का उद्घाटन किया गया । २ करोड ६० लाख लोकसंख्यावाले इस देश की राजधानी का यह पहला हिन्दू मंदिर है ।

बिलिमोरा (गुजरात) में सोमनाथ महादेव मंदिर के मेले में मुसलमान व्यक्ति को दुकान बनाने का ठेका

हिन्दुओं को हुआ यह एकतरफा सर्वधर्मसमभाव का रोग कब नष्ट होगा ? ‘कल यदि कोई इस दुकान की आड में यात्रा में बाधा लाने का प्रयास किया, तो इसके लिए इस मंदिर के ट्रस्ट कमेटी को ही उत्तरदायी ठहराना चाहिए’, ऐसी मांग हिन्दुओं को करनी चाहिए !

‘श्री काशी विश्वनाथ धाम’ में अधिक शुल्क देकर ‘सुगम दर्शन’ की योजना बंद की जाए ! – हिन्दू जनजागृति समिति

गरीब का हो अथवा धनवान का, समय तो सभी के लिए महत्त्वपूर्ण होता है । इसमें भेदभाव नहीं करना चाहिए ।

सीवान (बिहार) के शिव मंदिर में हुई भगदड में 2 महिलाओं की मृत्यु, कई श्रद्धालु घायल !

इस घटना के उपरांत अब यहां बडी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ।

केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में जाकर दर्शन करने पर लगा प्रतिबंध अस्थायी रूप से हटाया

मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश संबंधी निर्णय धर्माचार्य एवं वहां के पुजारियों को करना अपेक्षित है । गर्भगृह का अलग ही आध्यात्मिक महत्त्व है । वहां की पवित्रता संजोना आवश्यक है । देश के सभी बडे मंदिरों में इसका पालन किया जाता है ।