(कहते हैं) ‘द्वेष की भूमि पर राममंदिर का निर्माण किया जा रहा है !’
क्या जगदानंद सिंह ने कभी श्रीरामजन्मभूमि पर धार्मिक द्वेष से श्रीराममंदिर तोड कर वहां बाबरी मस्जिद का निर्माण किया गया, इस संदर्भ में मुंह खोला है ? इस देश में जब बाबरी का समर्थन करनेवाले धर्मांध थे, तब उन्होंने उनके विषय में क्या कभी मुंह खोला है ?