बिहार में पुन: एक बार दारू के कारण १२ लोगों की मृत्यु
पुन:एक बार पुन: यह सिद्ध हुआ कि जनता दल (संयुक्त) तथा राष्ट्रीय जनता दल के राज्य में केवल नाम के लिए मदिरा-दारूबंदी है !
पुन:एक बार पुन: यह सिद्ध हुआ कि जनता दल (संयुक्त) तथा राष्ट्रीय जनता दल के राज्य में केवल नाम के लिए मदिरा-दारूबंदी है !
ऐसे असंवेदनशील जिलाधिकारी पर कठोर कार्यवाही होनी ही चाहिए, ऐसी मांग किसी के द्वारा करने पर इसमें क्या गलत है ?
रेलवे का अजब प्रबंधन ! रेलवे की जमीन से अन्य धार्मीयों के धार्मिक स्थलों को हटाने के लिए क्या रेलवे कभी इस तरह के नोटिस जारी करने का ढाडस करती है क्या ?
मजार की निर्मिति होने तक प्रशासन सो रहा था क्या ? ऐसों की भी जांच होनी चाहिए तथा दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए !
“हिंदू अति सहिष्णु हैं इसलिए पुलिस और प्रशासन उनके विरुद्ध कानून का लाठी उठाते हैं”,
देश की स्वतंत्रता प्राप्ति के ७५ वर्ष उपरांत भी गढचिरोली जिले के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों मे अभी तक मार्ग न बनाए जाना सर्वपक्षों के लिए लज्जाजनक !
देश में अब लोकप्रतिनिधि – मंत्रियों पर अपराध प्रविष्ट होना ही उनकी पात्रता समझी जाने लगी है और जनता भी ऐसे लोगों का चयन कर रही है । यह भारतीय लोकतंत्र के लिए धोकादायक है, यह समझ लें !
कर्नाटक कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे का भर्ती परीक्षा घोटाले पर आरोप
चूहों की समस्या शुरू होते ही उस पर अंकुश रखने के लिए कोई उपाययोजना त्वरित क्यों नहीं की गई ? इसके प्रति असंवेदनशील रहनेवाले उत्तरदायी लोगों से ही इसकी वसूली की जाए !
केवल निलंबन नहीं, अपितु उनसे अधिवेशन के लिए समय व्यर्थ करने के लिए दंड वसूलना चाहिए । इसके साथ ही उन्हे दिए जानेवाला वेतन एवं भत्ता रोक देना चाहिए !