तिरुपति का प्राणियों की चरबीयुक्त प्रसाद ग्रहण किए श्रद्धालुओं को प्रायश्चित करना संभव होगा !
काशी विद्वत कर्मकांड परिषद ने घोषित किया प्रायश्चित !
काशी विद्वत कर्मकांड परिषद ने घोषित किया प्रायश्चित !
तिरुपति मंदिर में प्रसाद के लड्डू का प्रकरण !
इस पैसे का उपयोग बांग्लादेश के विकास के लिए नहीं अपितु हिन्दुओं के विरुद्ध जिहाद के लिए किया जाएगा। अत: यह सहायता बांग्लादेश में पीड़ित अल्पसंख्यक हिन्दुओं के घावों पर नमक छिडकने जैसा है !
इससे पता चलता है कि पुलिस हिन्दुओं की रक्षा करने में सक्षम नहीं है। तो अब हिन्दुओं के शोभा यात्रा की सुरक्षा के लिए रक्षा दलों को निश्चित करना होगा !
ऐसी घटना किसी मस्जिद के विषय में घटी होती और वहां एक हिन्दू ने घुसकर हनुमान चालीसा पढ़ी होती, तो उसका ‘सर तन से जुदा’ (शिरच्छेद) हो गया होता !
क्फ बोर्ड ने असीमित शक्तियों का प्रयोग करते हुए केवल १३ वर्षों में अपनी सीमा में आने वाली भूमि का क्षेत्रफल द्विगुणा कर दिया है। भारतीय वक्फ प्रबंधन प्रणाली के अनुसार , देश के सभी वक्फ बोर्डों के पास कुल ८ लाख ५४ सहस्र ५०९ संपत्तियां हैं।
गला काटने पर हिन्दुओं के मुर्दाे को भी धर्मनिरपेक्षता संजोने का तत्त्वज्ञान देने में भी आधुनिकतावादी पीछे नहीं हटेंगे; परंतु भविष्य में हिन्दुओं को अपना अस्तित्व बनाए रखना है, तो छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा बताया धर्माभिमानी बनने का मार्ग ही हिन्दुओं को अपनाना पडेगा ।
पूरे विश्व की दुष्ट शक्तियां बहुत जागृत हो गई हैं । सभी प्राचीन संस्कृतियां नष्ट हो गई हैं; परंतु केवल भारत में सनातन धर्म अभी भी टिका हुआ है । हिन्दुओं को इन बातों को समझ लेना आवश्यक है ।
भविष्य में बांग्लादेश में ‘मंदिरों को ताला लगाएं’, ‘पूजा-अर्चना बंद करें तथा आगे ‘हिंदुओं का धर्मपरिवर्तन करें, ऐसा आदेश निकला तो आश्चर्य नहीं प्रतीत होगा !
सरकार को कब एहसास होगा कि जब तक ईसाई कुकी आतंकवादियों को सबक नहीं सिखाया जाएगा तब तक मणिपुर में शांति नहीं होगी ?