संयुक्त राज्य अमेरिका ने बांग्लादेश सरकार को सूचित किया
वाशिंगटन (अमेरिका) – अमेरिका ने बांग्लादेश को स्पष्ट कर दिया है कि वह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन अथवा हिंसक कार्रवाइयों में सरकार की भागीदारी का समर्थन नहीं करता है । यह बयान हाल ही में चटगांव में हिन्दू और बांग्लादेशी सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड के पश्चात आया है । अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, “मैं बांग्लादेश सरकार को स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का समर्थन करते हैं और हिंसक प्रतिक्रियाओं में किसी भी सरकार की भागीदारी का विरोध करते हैं ।
“भारत ने पहले ६ नवंबर को हिन्दुओं पर हुए आक्रमण की निंदा की थी तथा कहा था कि इस प्रकार के कृत्य से समाज में तनाव निर्माण होगा । भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा था कि हमने बांग्लादेश के चटगांव में हिन्दुओं पर हुए आक्रमण की रिपोर्ट देखी है । सोशल मीडिया पर हिन्दू धार्मिक संगठनों के विरुद्ध भड़काऊ पोस्ट प्रसारित करने के उपरांत उनकी संपत्तियों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को लूट लिया गया । हमने बांग्लादेश सरकार से उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध किया ।’ इन भडकाऊ पोस्ट और आपराधिक गतिविधियों के पीछे आतंकवादी तत्वों का हाथ है । ऐसी घटनाओं से समाज में तनाव निर्माण होता है । हम एक बार पुनः बांग्लादेशी सरकार से इन आतंकवादी तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई करने की अपील करते हैं ।
संपादकीय भूमिकायह स्पष्ट तथ्य है कि बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति के पीछे अमेरिका का हाथ है । इसलिए अमेरिका इस प्रकार के कितने भी बयान दे, इसका कोई विशेष अर्थ नहीं है । अगर अमेरिका बांग्लादेश में स्थिति बहाल करने के लिए सीधी कार्रवाई करता है, तो ही यह महत्वपूर्ण होगा ! |