(कहते हैं) ‘बांग्लादेश में कुरान का अपमान करने वालों का सिर काट देना चाहिए !’

ध्यान रखें, कि बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार ऐसे मौलानाओं के विरुद्ध कभी भी कार्यवाही नहीं करेगी ! बंगाल दूसरा बांग्लादेश बन गया है, इसलिए, कल वहां भी हिन्दुओं एवं उनके मंदिरों पर आक्रमण आरंभ हो गए, तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए !

भक्तों का तीव्र विरोध होते हुए भी, केरल में कम्युनिस्ट सी.पी.आई. (एम) सरकार ने कन्नूर में मत्तनूर महादेव मंदिर अपने नियंत्रण में ले लिया !

माकपा का हिन्दू विरोधी क्रियाकलाप ! देश में केवल हिन्दू मंदिरों का राष्ट्रीयकरण किया जाता है; लेकिन ध्यान दें कि किसी भी राजनीतिक दल की सरकार ईसाइयों और मुसलमानों के धार्मिक स्थलों का सरकारीकरण करने का साहस नहीं करती 

कोरोना के आर्थिक संकट में भी महाराष्ट्र सरकार ने मुसलमानों को बांटे करोडों रुपए !

क्या हिन्दुओं को हिन्दू मंदिरों का सरकारीकरण तथा अल्पसंख्यकों पर हिन्दुओं से प्राप्त कर (टैक्स) के पैसे उडाना स्वीकार्य है ?

गाजियाबद (उत्तरप्रदेश) में तंदूरी रोटी को थूक लगाने वाले धर्मांध को हिरासत में लिया !

‘ऐसी विकृति धर्मांधों में कहां से आती है ?’ इसका धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी खोज करेंगे क्या ?

बांगलादेश में पुन: हिन्दुओं पर आक्रमण : ४० लोग घायल

‘जहां हिन्दू संख्या में अल्प हैं, वहां वे मार खाते होंगे, तो जहां वे संख्या में अधिक हैं, वहां उनके कृति करने पर अल्पसंख्यक हिन्दुओं की रक्षा होगी’, ऐसी रणनीति स्वातंत्र्यवीर सावरकर ने रखी थी । हिन्दू  ऐसा करें, ऐसी बांग्लादेश सरकार की इच्छा है क्या ?

दुर्गापुर (बंगाल) में श्री दुर्गादेवी की मूर्ति का विसर्जन कर वापस लौट रहे भक्तों पर अज्ञातों की ओर से आक्रमण

बंगाल के हिन्दुओं ने हिन्दू विरोधी ममता (बानो) बनर्जी की तृणमूल काँग्रेस को चुनने के बाद उनके ऊपर संकटों के धारावाहिक चालू हुए हैं । वहां के हिन्दुओं को जब यह ध्यान में आएगा, वो अच्छा दिन होगा !

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे आक्रमणों पर तृणमूल कांग्रेस मूक ! – भाजपा का आरोप

हिन्दुओं को अपेक्षा है, कि केंद्र की भाजपा सरकार बांग्लादेश के हिन्दुओं की रक्षा के लिए प्रयास करेगी !

पिछले ३ वर्षों में देशभर में लगभग ११२ लोगों की नशीले पदार्थ के सेवन से मृत्यु

समाज को साधना न सिखाने के कारण और नशीले पदार्थों की तस्करी पर कठोर कार्यवाही न होने का ही यह परिणाम है । इसके लिए अभी तक के सभी पार्टियों के शासनकर्ता उत्तरदायी हैं ! हिन्दू राष्ट्र में यह स्थिति नहीं होगी ! 

केंद्र सरकार के ‘आयुध निर्माण बोर्ड’ को भंग कर ७ प्रतिष्ठानों का गठन !

इस बोर्ड में करीब ७५,००० कर्मचारी काम कर रहे हैं और उन्हें इन प्रतिष्ठानों में केंद्रीय कर्मचारियों के रूप में बिना किसी को नौकरी से निकाले रखा जाएगा। यह प्रक्रिया अगले २ वर्षों में पूरी कर ली जाएगी।

केरल में भारी बरसात से २६ लोगों की मृत्यु !

राज्य के पांच जिलों-पठाणमथिट्टा, कोट्टायम्, एर्नाकुलम्, इडुक्की एवं त्रिशूर में अत्यधिक सतर्कता की चेतावनी दी गई है ।