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श्रीनगर – जिहादी आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में १२ अगस्त को प्रातः एक बिहारी श्रमिक पर गोलीबारी कर उसकी हत्या कर दी । मुहम्मद अमरेज नामक यह व्यक्ति बिहार के मधेपुरा जिले का निवासी था । इस घटना के पश्चात अन्वेषण किया जा रहा है । उसके भाई ने कहा है कि अमरेज सो रहा था, तभी आतंकवादियों ने उस पर गोलियां चलाईं । कुछ दिन पूर्व ही केंद्र सरकार ने संसद में जानकारी दी थी कि जम्मू कश्मीर में वर्ष २०१७ से ५ जुलाई २०२२ तक राज्य में बाहर के २८ श्रमिकों की हत्या की गई ।
Jammu and Kashmir: Bihari migrant worker shot dead by terrorists in Bandiporahttps://t.co/6HZ9iu3sG7
— OpIndia.com (@OpIndia_com) August 12, 2022
१. गुप्तचर तंत्र की दी जानकारी के अनुसार पाकिस्तान कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने के लिए टार्गेटेड किलिंग की सहायता ले रहा है । धारा ३७० निरस्त होने के पश्चात जम्मू कश्मीर के कश्मीरी हिन्दुओं के पुनर्वसन के लिए भारत सरकार कडे परिश्रम से कर रही विविध योजनाओं को निष्फल बनाने के लिए ये हत्याएं की जा रही हैं ।
२. टार्गेटेड किलिंग के माध्यम से आतंकवादियों ने कश्मीरी हिन्दू तथा अन्य प्रांतों के श्रमिकों के साथ ही भारत के प्रति सहानुभूति दर्शानेवाले स्थानीय मुसलमान प्रशासकीय अधिकारी एवं पुलिसकर्मियों को लक्ष्य बनाया है ।
३. ‘आय.एस.आई.’ नामक पाकिस्तानी गुप्तचर संगठन द्वारा इस प्रकार कुप्रचार किया जा रहा है कि बाहर से आनेवाले स्थलांतरित श्रमिक कश्मीरी मुसलमानों की जीविका एवं भूमि हडप लेंगे । इससे पाकिस्तान पुनः एकबार आतंकवादी संगठनों के लिए पोषक वातावरण तैयार करने का प्रयास कर रहा है ।
संपादकीय भूमिकाधारा ३७० निरस्त हुई तभी से क्रोधित जिहादी आतंकवादियों को पाठ पढाने के लिए, उनको बंदी बनाने के साथ उनके निर्माता पाकिस्तान को नष्ट करें, अन्यथा ऐसी घटनाएं रोक पाना असंभव है ! |