तिरंगा यात्रा में सम्मिलित होने के कारण कश्मीर में हिन्दू बंधुओं पर आक्रमण !

कश्मीर में धारा ३७० निरस्त कर दी गई है, साथ ही प्रतिदिन आतंकवादियों की हत्या हो रही है । किंतु यहां का हिन्दुद्वेषी जिहादी आतंकवाद समाप्त नहीं होता । वह समाप्त करने के लिए पाक तथा कश्मीर की जिहादी मानसिकता को समाप्त करना आवश्यक है !

देश में ईसाइयों पर आक्रमण होते हैं, यह जानकारी झूठी ! – केंद्र सरकार का न्यायालय में प्रतिपादन

देश में ईसाइयों पर होने वाले कथित आक्रमणों को रोकने के लिए उच्चतम न्यायालय में याचिका

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन शाही ईदगाह मस्जिद में श्रीकृष्ण की पूजा करने की अनुमति दी जाए !

अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष द्वारा अपने रक्त से पत्र लिखकर योगी आदित्यनाथ से मांग !

अजीत डोवाल की सुरक्षा में ढिलाई करनेवाले 3 कमांडो पदच्युत !

डोवाल को ‘जेड प्लस’ स्तर की सुरक्षा प्रदान की गई है । इसमें कुल ५८ सुरक्षा अधिकारी तथा कर्मचारी सम्मिलित हैं ।

केंद्र सरकार देहली के १ सहस्र १०० शरणार्थी रोहिंग्याओं को २५० घरों में बसाएगी !

३ समय भोजन, दूरभाष, दूरदर्शन आदि सुविधाओं की भी आपूर्ति !
देहली पुलिस देगी २४ घंटे सुरक्षा !

स्वतंत्रता के दिन उत्तरप्रदेश के लक्ष्मणपुरी और प्रयागराज में हिंसाचार !

देश के ७४ वें स्वतंत्रतादिवस पर यहां के बंगला बाजार भाग में कुछ लोगों ने तिरंगा शोभायात्रा निकाली थी । इस समय उनका दूसरे गुट से वाद-विवाद होने लगा ।

गुजरात दंगों में बिलकिस बानो प्रकरण में आजीवन कारावास का दंड भुगत रहे ११ लोगों की मुक्तता !

गुजरात सरकार ने माफी द्वारा की मुक्तता

भारत-तिब्बत सीमा पर पुलिस की बस गड्ढे में गिरने से ७ सैनिकों की मृत्यु

बस में कुल मिलाकर ४७ सैनिक तथा २ पुलिसकर्मी थे । चंदनवाडी गांव अमरनाथ यात्रा का प्रारंभबिंदू है । चंदनवाडी से सैनिकों को लेकर आते समय यह घटना घटी ।

स्वतंत्रता दिवस पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी आक्रमण में एक व्यक्ति तथा एक पुलिसकर्मी घायल

आतंकवाद के निर्माता पाकिस्तान को जब तक भारत नष्ट नहीं करता, तब तक आतंकवाद को समूल नष्ट करना असंभव है, सरकारी तंत्रों को यह ध्यान में लेना चाहिए !

‘यदि हमने इस प्रकार (वन्दे मातरम्) नहीं कहा, तो क्या हमें कारागृह में डालेंगे ?’

जिन क्रांतिकारियाें ने ‘वन्दे मातरम्’ का उद्घोष करते हुए भारत को स्वतंत्रता प्राप्त करवाई, उसी भारत में रह कर ‘वन्दे मातरम्’ नहीं कहूंगा’, ऐसी उद्दंडता दिखानेवाले लोगों को क्या भारत में रहने का अधिकार है ?