Vrindavan Dharma Sansad : देसी गाय को ‘राष्ट्रमाता’ घोषित करने की मांग !
मूलतः धर्म संसद तथा उसमें शामिल सन्तों एवं धर्मगुरुओं को ऐसी मांग करने की आवश्यकता ही नहीं रहनी चाहिए । यह काम सरकार को स्वयं ही करना चाहिए !
मूलतः धर्म संसद तथा उसमें शामिल सन्तों एवं धर्मगुरुओं को ऐसी मांग करने की आवश्यकता ही नहीं रहनी चाहिए । यह काम सरकार को स्वयं ही करना चाहिए !
हिन्दू पक्ष की ओर से सभी १५ प्रकरण उच्च न्यायालय में वर्ग करने की मांग
इन दुकानों का निर्माण ३ दशक पहले विस्थापित कश्मीरी हिन्दुओं ने किया था।
चूंकि मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार है, इसलिए हिन्दुओं को लगता है कि उन्हें कट्टरपंथियों की ऐसी किसी भी योजना को सफल नहीं होने देना चाहिए !
जबतक भारत पाकिस्तान को पाठ नहीं पढ़ाएगा, तबतक वहां ऐसी घटनाएं नहीं रुकेंगी !
यह स्पष्ट तथ्य है कि बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति के पीछे अमेरिका का हाथ है । इसलिए अमेरिका इस प्रकार के कितने भी बयान दे, इसका कोई विशेष अर्थ नहीं है ।
बांग्लादेश की हिंदू-विरोधी सरकार से ऐसी मांग करने पर कुछ प्राप्त नहीं होगा। वहां के हिन्दुओं के हित रक्षण के लिए भारत सरकार को ही कड़े कदम उठाकर बांग्लादेश को ऐसा करने के लिए बाध्य करना चाहिए।
‘इस्कॉन’ एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है एवं इसकी गतिविधियाँ पूरे विश्व में फैली हुई हैं । उन्हें इसके विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठानी चाहिए । इसमें कोई संदेह नहीं कि उन्हें हिन्दुओं का भी समर्थन मिलेगा !
ये लोग (मुसलमान) ‘थूक जिहाद’ तथा ‘मूत्र जिहाद’ चला रहे हैं । इसलिए महाकुंभ २०२५ में गैर सनातनियों की दुकाने नहीं लगाने दी जाएंगी, ऐसा निर्णय लिया गया है ।
वक्फ कानून निरस्त करना कितना आवश्यक हो गया है, यह प्रतिदिन सामने आनेवाली ऐसी घटनाओं से तीव्रता से प्रतीत हो रहा है ।