Shiva Temple Found In Meerut : उत्तर प्रदेश के मेरठ के मुस्लिम बहुल इलाके में ४२ साल से बंद है पिपलेश्वर शिव मंदिर !

मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए हिन्दुओं का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आवाहन

मेरठ (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश के संभल की तरह मेरठ में भी ४२ साल पुराना मंदिर मिला है। मेरठ के मुस्लिम बहुल स्थान शहागासा में पिपलेश्वर शिव मंदिर है, जो बंद है। इस मंदिर को साल १९८२ में बंद कर दिया गया था। मंदिर की वर्तमान स्थिति की बात करें तो यह पूरी तरह से खराब स्थिति में है। मंदिर के पास एक कुआं भी है जिस पर प्रशासन ने ताला लगा दिया है। मंदिर के ऊपरी हिस्सो तक पहुंचने के लिए कोई सड़क नहीं है। हिंदू आज भी मंदिर के नीचे पूजा करते हैं।

मंदिर का पुनरुद्धार करें ! -हिन्दुओं की मांग

हिंदू चाहते हैं कि मंदिर का जीर्णोद्धार और पुनर्निर्माण किया जाए। हर कोई चाहता है कि वर्षों से बंद पड़े इस मंदिर का जीर्णोद्धार कर यहां पूजा शुरू की जाए। लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि जब अयोध्या से लेकर संभल तक निर्जन पड़े मंदिरों को खोला जा रहा है तो इस ऐतिहासिक मंदिर का भी जीर्णोद्धार किया जाना चाहिए।

४२ साल पहले क्यों बंद कर दिया गया था मंदिर ?

प्रशासन ने मंदिर पर ताला लगा दिया है और आसपास के मुसलमानों का कहना है कि मंदिर को खोलना या बंद करना प्रशासन का फैसला है। साल १९८२ में यहां आरती करते वक्त रामभोले नाम के पुजारी की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद मेरठ में दंगा भड़क गया। तभी से मंदिर बंद है। मंदिर का प्रकरण अदालत में चला गया। न्यायालय गए मुस्लिम पक्षकार अब इस दुनिया में नहीं हैं। न्यायालय में हिंदू पक्ष की जीत हुई है, लेकिन केस लडने वाले हिंदू पक्ष के लोगों की भी मौत हो गई है।इसी कारण से यह मंदिर बंद है और जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है।