चलचित्रों, धारावाहिकों आदि के माध्यम से धर्म के अपमान को रोकने के लिए ‘धर्म सेंसर बोर्ड’ की स्थापना ।

चलचित्रों, समाजिक माध्यमों और दूरदर्शन के माध्यम से हिन्दू देवी-देवताओं और धर्म के अपमान को रोकने के लिए एक ‘धर्म सेंसर बोर्ड’ का गठन किया गया है । इसकी स्थापना द्वारका एवं ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने की है ।

हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य में सनातन संस्था का बडा योगदान है ! – मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत

सनातन संस्था जो कार्य कर रही है उसका हिन्दू राष्ट्र की निर्मिती में बहुत बडा योगदान है । सभी में अच्छे संस्कार निर्माण करना और सभी का जीवन संस्कारमय हो, इसके लिए सनातन संस्था के साधक निरंतर प्रयास कर रहे हैं ।

सम्मेद शिखरजी तीर्थस्थल ही रहेगा !

पारसनाथ पर्वत (सम्मेद शिखरजी ) परिसर के सभी पर्यटन और ‘इको टुरिज्म’ के उपक्रम बंद किए जाने चाहिए, ऐसा केंद्र सरकार की अधिसूचना में कहा गया है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सूचना के उपरांत पर्यावरण मंत्रालय ने यह अधिसूचना प्रसारित की ।

हिन्दुओं पर हो रहे आघात रोकने के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होना आवश्यक ! – सद्गुरु नीलेश सिंगबाळ, धर्मप्रचारक संत, हिन्दू जनजागृति समिति

‘‘कालमहिमा के अनुसार हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होकर रहेगी, परंतु सूर्यास्त के उपरांत अंधेरा दूर करने के लिए जिस प्रकार से एक दीपक भी अपना योगदान देता है, उसी प्रकार से हम हिन्दुओं को भी हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के कार्य में प्रतिदिन न्यूनतम एक घंटा समय देने का संकल्प करना होगा’

इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने छात्रों से वास्तविक इतिहास छुपाया ! – डॉ. एस.एल. भैरप्पा, ज्येष्ठ साहित्यकार

पाठ्यक्रम से भारत का विकृत इतिहास सिखाकर कांग्रेस ने युवा पीढी की अपरिमित हानि की है । उसकी भरपाई करने के लिए भाजपा सरकार, भारत के बुद्धीजीवी एवं विचारवानों को बडे स्तर पर प्रयास करना आवश्यक !

राष्ट्रप्रेम जागृत करने हेतु एवं आदर्श गणतांत्रिक राज्य लाने हेतु आवश्यक कुछ मांगें

गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में हम एक छात्र के रूप में कुछ मांगें करेंगे । आज के राज्यकर्ताओं ने यदि हमारी ये मांगें स्वीकार कीं, तो उससे प्रत्येक व्यक्ति में राष्ट्रप्रेम जागृत होगा तथा बहुत शीघ्र आदर्श गणतांत्रिक राज्य आएगा ।

धर्मशिक्षा एवं आचरण के कारण हिन्दू धर्म एवं संस्कृति की रक्षा हो ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

दीपावली के एक-एक दिन का महत्त्व हमने आनेवाली युवा पीढी को नहीं बताया, तो हिन्दू धर्म की रक्षा कैसे होगी ? अतः हमें त्योहारों एवं सोलह संस्कारों की वैज्ञानिकता एवं महत्त्व आनेवाली युवा पीढीतक पहुंचाना होगा । धर्मशिक्षा एवं आचरण के कारण हिन्दू धर्म एवं संस्कृति की रक्षा होगी ।

गीता में बताए ज्ञान को जीवन में उतारना आवश्यक ! – सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी

‘‘कुछ लोग श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय पढते हैं; परंतु जीवन की प्रतिकूल परिस्थिति में वे गीता के ज्ञान के आधार पर लड नहीं सकते । इसलिए गीता में बताए ज्ञान को प्रत्यक्ष जीवन में उतारना आवश्यक है ।

सम्मेद शिखरजी’ को ‘तीर्थस्थान’ घोषित करें तथा पाकिस्तान के हिन्दुओं की नृशंस हत्याओं के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठाई जाए ! – हिन्दू राष्ट्र जागृति आंदोलन

दिल्ली के जंतर मंतर पर किए गए ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति आंदोलन’ में केंद्र शासन से यह मांग की गई । इस आंदोलन में अनेक हिन्दू संगठन सम्मिलित हुए ।

किसी भी राष्ट्र का प्राण धर्म होता है । – श्रीमती प्राची जुवेकर, हिन्दू जनजागृति समिति

‘‘किसी भी राष्ट्र का प्राण धर्म होता है । दुर्भाग्यवश भारत देश की शासन व्यवस्था धर्मनिरपेक्ष बनाई गई । यहां के बहुसंख्यक समाज को धर्मशिक्षा से वंचित किया गया ।