गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में हम एक छात्र के रूप में कुछ मांगें करेंगे । आज के राज्यकर्ताओं ने यदि हमारी ये मांगें स्वीकार कीं, तो उससे प्रत्येक व्यक्ति में राष्ट्रप्रेम जागृत होगा तथा बहुत शीघ्र आदर्श गणतांत्रिक राज्य आएगा । इन मांगों के अनुसार हमारी शिक्षापद्धति में परिवर्तन आए, यही ईश्वरचरणों में प्रार्थना !
- गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रध्वज का होनेवाला अनादर रोकें !
- राष्ट्रीय शिक्षा में समानता चाहिए । अंतरराष्ट्रीय, केंद्रशासित एवं राज्य; इस प्रकार से शिक्षा के टुकडे कर हमारी राष्ट्रीयता की भावना नष्ट न करें ।
- प्रत्येक व्यक्ति को उसकी मातृभाषा में ही शिक्षा मिलनी चाहिए ।
- हमें सैन्य शिक्षा प्रदान करें ।
- हमसे राष्ट्रप्रेम जागृत करनेवाले आदर्श क्रांतिकारियों की अपकीर्ति (बदनामी) न होने दें ।
- हममें संघभाव बढे; इसके लिए जाति, धर्म एवं पंथ पर आधारित हमारा वर्गीकरण न करें ।
- गणतंत्र दिवस तिथि के अनुसार मनाया जाए ।
- हमारी गुणवत्ता के आधार पर विद्यालय में प्रवेश दीजिए । आरक्षण न हो ।
- सभी विद्यालयों में संपूर्ण ‘वन्दे मातरम्’ गाना अनिवार्य किया जाए ।
- सभी विद्यालयों में एक ही प्रार्थना होनी चाहिए ।
- विद्यालय का गणवेश (स्कूल ड्रेस) अंग्रेजों की वेशभूषा के आधार पर, उदा. टाई, टी-शर्ट ऐसा न हो ।
- छात्र मित्रो, हम इस गणतंत्र दिवस पर उक्त सूत्रों को क्रियान्वित करने का निश्चय करेंगे ।
– श्री. राजेंद्र पावसकर, सनातन आश्रम, देवद, पनवेल ।