जालौन (उत्तरप्रदेश) यहां कुछ अज्ञात लोगों ने शौचालयों को दिए मुगल आक्रामकों के नाम !

कुछ अज्ञात लोगों ने यहां के ७ सार्वनजिक शौचालयों को मुहम्मद खिलजी, गजनी, हुमायूं, अकबर, औरंगजेब आदि मुगल आक्रामकों के नाम दिए हैं ।

कुतुब मीनार परिसर में पूजा की अनुमति नहीं दी जा सकती ! – पुरातत्व विभाग

कुतुब मीनार के परिसर में पूजा करने की अनुमति मांगनेवाली एक हिन्दू पक्ष की याचिका पर २४ मई को न्यायालय में सुनवाई हुई । उस समय पुरातत्व विभाग ने न्यायालय में एक शपथ पत्र प्रस्तुत कर कहा कि ‘कुतुब मीनार में पूजा करने का अधिकार नहीं दिया जा सकता ।

वरिष्ठ अधिवक्ता श्री. अश्विनी उपाध्याय ने ज्ञानवापी प्रकरण  में उच्चतम न्यायालय में की हस्तक्षेप याचिका प्रविष्ट !

भाजपा नेता एवं वरिष्ठ अधिवक्ता श्री. अश्विनी उपाध्याय ने ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण में, उच्चतम न्यायालय में हस्तक्षेप याचिका प्रविष्ट की है । उन्होंने कहा कि किसी भी देवता की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करने के उपरांत, मंदिर सदा मंदिर बना रहता है । जब तक मंदिर को स्थानांतरित नहीं किया जाता अथवा मूर्ति को विधिवत विसर्जित नहीं किया जाता, तब तक मंदिर वहीं रहता है ।

‘तीर्थयात्री कश्मीर मुद्दे में भाग नहीं लेते, तब तक तीर्थयात्रा सुरक्षित है !’

कश्मीर के सन्दर्भ में तीर्थयात्रियों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं यह निश्चित करनेवाले आतंकवादी कौन होते हैं ? कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और प्रत्येक हिन्दू को इस पर बोलने का अधिकार है !

‘मदरसा’ शब्द का अस्तित्व अब समाप्त होना चाहिए ! – असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

भाजपा शासित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी ऐसी ठोस भूमिका लेकर सच्चे अर्थ से विकास करना चाहिए !

उत्तर प्रदेश में पहली बार ईद के दिन सडकों पर नहीं पढी गई नमाज ! – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

सभी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी ऐसा समय लाना चाहिए जब वे गर्व से ऐसा कह सकें !

वजूखाने की गहराई में स्वयंभू शिवलिंग होने से उसकी पूजा करने की अनुमति दें ! – काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंतों की मांग

ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण में वजूखाने में (नमाज के पहले हाथ-पांव धोने का स्थान) शिवलिंग मिलने के बाद अब काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने ‘वजूखाने की गहराई में शिवलिंग है’, ऐसा दावा किया है ।

चारधाम यात्रा के मार्ग पर पडे कूडे के कारण पर्यावरण को खतरा ! – विशेषज्ञों की चिंता

चारधाम यात्रा के मार्ग पर वर्तमान में सभी ओर प्लास्टिक के झोले, बोतलों सहित कूडे का ढेर दिख रहा है, जो पर्यावरण के लिए अत्यधिक खतरनाक हो सकता है । इस पर पर्यावरण विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की है ।