कांग्रेस के नेता आशिक पटेल ने युवति के प्रेमी की हत्या की !
अपराधियों की भरमारवाली कांग्रेस ! ऐसे वासनांध मुसलमान नेताओं पर कठोर से कठोर कार्यवाही होने के लिए प्रयास आवश्यक !
अपराधियों की भरमारवाली कांग्रेस ! ऐसे वासनांध मुसलमान नेताओं पर कठोर से कठोर कार्यवाही होने के लिए प्रयास आवश्यक !
जो स्वतंत्रता के उपरांत होना चाहिए था, वो अब कहीं तो आरम्भ हो रहा है। ऐसा न होना अभी तक के सभी पार्टी के शासनकर्ताओं के लिए लज्जास्पद !
डॉक्टरों को साधारण ‘क्रोसीन’ दवा लिखनी हो, तो उन्हें हिन्दी में ही ‘क्रोसीन’ लिखकर देना चाहिए । उसी प्रकार प्रिस्क्रिप्शन (दवा की पर्ची ) पर ‘श्री हरि’ भी लिखना चाहिए, ऐसा आवाहन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया ।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एकतरफा नहीं हो सकती । अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड में हिन्दू देवी-देवताओं और भारतमाता केनग्न चित्र बनानेवाले हिन्दूद्वेषी म.फि. हुसैन और देशविरोधी गतिविधियों में संलिप्त डॉ. जाकीर नाईक जैसे धर्मद्रोहियों को रोकने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति ने प्रचंड प्रयास किए ।
ऐसे वासनांधों को जैसे इस्लामी देश में शरीयत कानून के अंतर्गत हाथ-पैर तोडकर कमर तक गढ्ढे में गाढकर, उसकी मृत्यु हाेने तक उसे पत्थरों से मारने का दंड देने की यदि कोई मांग करे, तो आश्चर्य नहीं लगना चाहिए !
मध्यप्रदेश में भाजप सरकार है, तब तो धर्मांध मुसलमानों को ऐसा कृत्य करने का दुस्साहस ही न हो, ऐसा कठोर नियम बनाना चाहिए , ऐसा हिन्दुओं को लगता है !
यदि ‘आदिपुरूष’ चित्रपट के आपत्तिजनक दृश्य हटाए नहीं, तो चित्रपट पर कानूनी कार्यवाही करने का विचार किया जाएगा, ऐसी चेतावनी मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दी है । मिश्रा ने बताया कि, मैं स्वयं चित्रपट के निर्माता ओम राउत को पत्र लिखकर आपत्तिजनक दृश्य निकालने को कहूंगा ।
यदि इस प्रकार के अपराध करने के उपरांत भी कार्यवाही नहीं होगी, तो ये युवक कल अन्य कहीं जाकर भी ऐसा ही अपराध करेंगे, किसी हिन्दू युवती को लव जिहाद के जाल में फंसा लेंगे । इस कारण मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार के रहते इस प्रकार की लापरवाही पुलिस से न हो, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !
मध्यप्रदेश में शहडोल जिले के जंगल में २६ सितंबर २०२२ को मौलाना अताउल्ला कासमी की मृतदेह मिली । एक महिला से अनैतिक वर्तन करने से मौलाना की हत्या होने का संशय व्यक्त किया जा रहा है । इस हत्या के आरोपियों का बजरंग दल से संबंध होना, पुलिस ने नकारा है ।
इस उपक्रम का आरंभ हरसिद्धि मंदिर से किया गया था । उसके उपरांत चामुंडामाता मंदिर, गोपाल मंदिर, हिंगलाज माता मंदिर, शिवशक्ति गणेश मंडल आदि स्थानों पर ये प्रतिज्ञाएं ली गई हैं ।