भोपाल (मध्य प्रदेश) – देश के इतिहास में पहली बार एम.बी.बी.एस. की शिक्षा हिन्दी भाषा में दी जाएगी। मध्य प्रदेश राज्य में इसका आरंभ किया गया है । इस हेतु हिन्दी के पुस्तकों की निर्मिति की गई है । इससे संबंधित ३ पुस्तकों का केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के हाथों प्रकाशन किया गया ।
आज भारतीय शिक्षा क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक दिन है जब मध्य प्रदेश के भोपाल में मेडिकल की पढ़ाई को हिंदी में शुरू किया जा रहा है।
भारतीय भाषाओं के सशक्तिकरण के @narendramodi जी के संकल्प की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जिससे बच्चे अपनी भाषा में पढ़ाई कर पाएँगे। https://t.co/rhL6wyYnOh
— Amit Shah (@AmitShah) October 16, 2022
इटली, चीन उनकी भाषा में अध्ययन कर सकता है, तो भारत क्यों नहीं कर सकता ? – मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान
इस समय मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, आज का दिन ऐतिहासिक है । गरीब परिवार के बच्चे, हिन्दी माध्यम से पढकर वैद्यकीय महाविद्यालय में पहुंचते हैं; लेकिन अंग्रेजी के जाल में फंसते हैं । अनेकों ने वैद्यकीय अध्ययन छोडा अथवा आत्महत्या करने तक पहुंच गए। ऐसे बच्चों के लिए हिन्दी से अध्ययन करना उपयुक्त होगा । यह काम स्वतंत्रता के उपरांत होना चाहिए था; लेकिन यह अब हो रहा है । अंग्रेश देश से चले गए; लेकिन हम अंग्रेजों के गुलाम हो गए । ऐसा बहुतों को लगता है कि, ‘अंगेजी बोलने से छवि बनती है’ । इटली, चीन उनकी भाषा में अध्ययन कर सकता है, तो भारत क्यों नहीं ? इस बार ६ अभियांत्रिकी और ६ पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों में हिन्दी पढाई जाने वाली है । इसके उपरांत ‘आई.आई.टी.’ में भी हिन्दी पढाई जाएगी । ‘आई.आई.एम.’ का अध्ययन भी हिन्दी माध्यम से करवाया जाएगा ।
संपादकीय भूमिकाजो स्वतंत्रता के उपरांत होना चाहिए था, वो अब कहीं तो आरम्भ हो रहा है। ऐसा न होना अभी तक के सभी पार्टी के शासनकर्ताओं के लिए लज्जास्पद ! |