Shimla Illegal Mosque Protest : यहां से महिलाओं का चलना मुश्किल हो गया है और लव जिहाद की घटनाएं हो रही हैं !

  • शिमला (हिमाचल प्रदेश) में अवैध मस्जिद प्रकरण !

  • हिन्दुओं ने पुनः मार्च किया तथा मस्जिद को घेर लिया !

  • मार्च स्थल पर आकर कांग्रेस सरकार के मंत्री अनिरुद्ध सिंह का बयान !

शिमला (हिमाचल प्रदेश) – यहां के संजौली उपनगर में ५ मंजिला अवैध मस्जिद के विरोध मे हिंदू आंदोलन जारी है। इस अवैध मस्जिद के विरोध मे ५ सितंबर को देवभूमि क्षेत्रीय एसोसिएशन के अध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने संजौली बाजार में विरोध मार्च निकाला और मस्जिद का घेराव किया । उन्होंने सरकार को अगले २ दिन में मस्जिद पर कार्यवाही करने की समय मर्यादा दी है। वहीं, कांग्रेस सरकार में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने धरना स्थल पर आकर कहा, ”संजौली बाजार में महिलाओं का चलना कठिन है एवं यहां ‘लव जिहाद’ की घटनाएं हो रही हैं। ये राज्य एवं देश के लिए संकटकारक हैं।’ उनके इस वक्तव्य की एम आय एम के प्रमुख सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आलोचना की है ।

मस्जिद अवैध रूप से बनाई गई है ! – मंत्रियों का बयान !

मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि यह मस्जिद अवैध तरीके से बनाई गई है । पहले इसे एक मंजिला बनाया गया, फिर बिना अनुमति के इसे ५ मंजिला मस्जिद में बदल दिया गया। प्रशासन ने इस मस्जिद का पानी एवं बिजली कनेक्शन क्यों नहीं काटा? क्षेत्र में झगड़े एवं हिंसा में सिर्फ स्थानीय लोग ही सम्मिलित नहीं हैं, अपितु बाहरी लोग भी सम्मिलित है । कार्य के उद्देश्य से प्रदेश में आने वाले लोगों का उचित सत्यापन किया जाए। व्यवसाय के लिए केवल हिमाचल प्रदेश के मूल निवासियों को ही लाइसेंस दिया जाना चाहिए।

इस प्रकरण में विपक्षी पार्टी भाजपा ने भी अनिरुद्ध सिंह का समर्थन किया है । एक सितंबर को मलाणा क्षेत्र में व्यवसायी यशपाल सिंह पर कुछ मुसलमानों ने प्रहार कर दिया था । सिंह के सिर पर १४ टांके लगे हैं। इसके पश्चात आक्रोषित लोगों ने वहां एक मस्जिद के सामने प्रदर्शन भी किया और उसे गिराने की मांग की ।

ओवैसी की आलोचना पर अनिरुद्ध सिंह का जवाब

(बाएंसे) मंत्री अनिरुद्ध सिंह और सांसद असदुद्दीन ओवैसी

मंत्री अनिरुद्ध सिंह के बयान पर सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार बीजेपी की है या कांग्रेस की? हिमाचल प्रदेश की ‘मोहब्बत की दुकान’ में सिर्फ नफरत है ।

ओवैसी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अनिरुद्ध सिंह ने कहा, ”मंदिर तथा मस्जिद निजी संपत्ति नहीं हैं। यहां बताया गया है कि क्या वैध है एवं क्या अमान्य है। जो अमान्य है वो अमान्य है । ओवैसी की राजनीति सिर्फ एक समुदाय के दम पर चलती है। उन्हें अपना राज्य संभालना चाहिए। बाहरी लोगों की समस्या गंभीर है और इसे पहचानने की आवश्यकता है । हिमाचल प्रदेश में आपराधिक पृष्ठभूमि के लोग आ रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश में रोहिंग्या मुसलमानों की घुसपैठ !

मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने ४ सितंबर को विधानसभा में कहा था कि हिमाचल प्रदेश में हर दिन नए लोग आ रहे है । कहीं न कहीं से जमात के लोग आ रहे हैं, जिनका कोई पता नहीं है। क्या ये रोहिंग्या मुसलमान हैं? मैं स्वयं बांग्लादेश के १-२ लोगों को जानता हूं । इस मस्जिद का अब तक ६ सहस्त्र ३५७ वर्ग फीट निर्माण अवैध रूप से हो चुका है । इससे भी अधिक चिंता की बात यह है कि इस मामले की सुनवाई के लिए जो व्यक्ति शिमला नगर निगम आ रहा था, उसे वर्ष २०२३ में भान हुआ कि उसका इस प्रकरण से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने पूछा, क्या प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके कागजों की जांच नहीं की?

मस्जिद का प्रकरण अदालत में प्रलंबित है

शिमला नगर आयुक्त भूपेन्द्र अत्री ने कहा कि मस्जिद को केवल एक मंजिल बनाने की अनुमति दी गई थी; लेकिन ३ और मंजिलों का निर्माण अवैध रूप से किया गया है। यह प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है और इसमें वक्फ बोर्ड को भी पार्टी बनाया गया है । प्रकरण न्यायालय में जाने के पश्चात से कोई निर्माण नहीं हुआ है।

हिंदू जागरण मंच के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमल गौतम ने कहा कि जिस स्थान पर मस्जिद बनी है वह हिमाचल प्रदेश सरकार की भूमि है । वक्फ बोर्ड कोई बोर्ड नहीं अपितु भू-माफिया है। हिमाचल प्रदेश अपराधियों का आश्रयस्थान बन गया है और यह पवित्र भूमि संकट में है।

संपादकीय भूमिका 

  • एक बार जब अवैध निर्माण के मामले अदालत में चले जाते हैं, तो वे वर्षों तक खिंचते हैं। इसके लिए सरकार को त्वरित परिणाम की व्यवस्था करनी होगी !
  • कांग्रेस सरकार के एक मंत्री की बात पर पूरी पार्टी का ध्यान क्यों नहीं जाता? या फिर पार्टी मुस्लिमों के समर्थन हेतु इसकी अनदेखी करती है ?