(अब इनकी सुनिए….. ) ‘क्या भगवान श्रीराम ने शोभायात्रा में हथियार ले जाने को कहा था ?’ – मुख्य मंत्री ममता बनर्जी
कट्टर मुसलमानों को ‘रमजान के समय में हिन्दुओं पर मस्जिद से आक्रमण करने को किसने कहा था ?’, ममता बनर्जी इसका शोध क्यों नहीं करतीं ?
कट्टर मुसलमानों को ‘रमजान के समय में हिन्दुओं पर मस्जिद से आक्रमण करने को किसने कहा था ?’, ममता बनर्जी इसका शोध क्यों नहीं करतीं ?
बिहार एवं बंगाल में हिन्दुओं की धार्मिक शोभायात्राओं पर निरंतर हो रहे आक्रमण तथा वहां के सरकारों की निष्क्रियता को देखते हुए वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की ही आवश्यकता है !
इससे तृणमूल कांग्रेस के राज्य में चरमराई कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था दिखाई देती है । यदि पुलिस एक महत्त्वपूर्ण संस्था के अध्यक्ष की पिटाई करती है, तो साधारण लोगों के साथ वह कैसा आचरण करती होगी, इसका विचार न करना ही अच्छा !
तृणमूल कांग्रेस के राज्य में बंगाल की स्थिति बांग्लादेश समान होने से वहां कानून तथा सुरक्षा अबाधित रखने के लिए राष्ट्रपति शासन लागू करना आवश्यक है !
बंगाल में कानून एवं सुरक्षा की स्थिति अत्यंत दयनीय होने से राष्ट्रपति शासन लागू करना ही एकमात्र समाधान है !
यहां अज्ञात लोगों ने रूस के कम्युनिस्ट नेता व्लादीमिर लेनिन की प्रतिमा तोड डाली । इस प्रकरण में पुलिस ने अपराध का पंजीकरण कर अन्वेषण आरंभ कर दिया है ।
बागची ने कहा, ‘यदि मुख्यमंत्री व्यक्तिगत स्तर पर हमारे नेताओं की आलोचना करती हैं, तो हम भी इस पुस्तक का संदर्भ लेकर व्यक्तिगत स्तर पर मुख्यमंत्री की आलोचना करेंगे ।’
सैनिकों पर हथियारों से आक्रमण होने पर भी उन्हें गोली चलाने की अनुमति नहीं है क्या ? सैनिकों को मारपीट कर उनकी बंदूकें छीन लेते हैं, तो सैनिकों को सीमा पर तैनात ही क्यों किया गया है ?
सीमा की रक्षा करनेवाले एक दल पर इस प्रकार का आरोप केवल राष्ट्रघाती ही लगा सकते हैं ! ऐसे आरोप से ममता बनर्जी की मानसिकता स्पष्ट होती है ! अत: बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाना आवश्यक है !
लगातार बमबारी होने वाले बंगाल में राष्ट्रपति शासन कब लगेगा ?