असम में चर्च के कर्मचारियों द्वारा ईसाई युवती को प्रेम करनेवाले हिन्दू युवक की हत्या !

हिन्दू यु‍वक ने ईसाई धर्म स्वीकार करने से मना किया !

लखीमपुर (असम) – ईसाई युवती को प्रेम करनेवाले एक हिन्दू युवक को अमानुषिकक मारपीट करते हुए उसे मार डालने की घटना उजागर हुई है । यह घटना असम के कोइलामारी बलिजन क्षेत्र की है । २३ वर्ष की आयु का बिकी बिशाल नामक हिन्दू युवक की मृतदेह १२ सितंबऱ को पेड से फांसी की स्थिति में पाई गई थी । मानवाधिकार संस्था ‘लीगल राईट्स आब्जर्वेटरी’ नामक संगठन ने इस प्रकरण में पुलिस एवं स्थानीय प्रशासन से अपराधी पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है ।

१. बिकी बिशाल एवं ईसाई युवती एकदूसरे को प्रेम करते थे । युवती बिकी के घर रहने के लिए गई थी । इस क्षेत्र के चर्च के ४ कर्मचारियों को इस बात की जानकारी मिलने के उपरांत वे बिकी के घर के बाहर जमा हुए ।

२. उन्होंने बिकी को ‘इसके गंभीर परिणाम भुगतने पडेंगे’, ऐसी धमकी दी । उन्होंने युवती को उसके घर से बाहर निकाला एवं बिकी को कहा कि ‘ईसाई धर्म स्वीकार करो अन्यथा इस युवती से संबंध समाप्त करो ।’

३. बिकी द्वारा ईसाई धर्म स्वीकारने से मना करने पर ईसाई कर्मचािरयों ने बिकी को घर से घसीटते हुए बाहर निकाला और अमानुषिक पिटाई कर उसे मार डाला तथा उसकी मृतदेह पेड से लटका दी ।

संपादकीय भूमिका

  • हिन्दुओं को लगता है कि असम में भाजपा की सरकार होते हुए इस प्रकार की घटना नहीं होनी चाहिए !
  • ‘ईसाई अर्थात शांतिप्रेमी’ ऐसी छाप भारत में निर्मित की गई है; परंतु वास्तव में वे किस प्रकार के हैं, इस घटना से यह बात स्पष्ट होती है !
  • मुसलमान हो अथवा ईसाई, यदि उनके धर्म की युवतियों को हिन्दू युवक प्रेम करें, तो उन्हें मार दिया जाता है, जबकि दूसरी ओर मुसलमान हिन्दू युवतियों को लव जिहाद द्वारा जाल में फंसाकर उनका जीवन ध्वस्त कर देते हैं ! इस विषय में देश के निधर्मीवादी और आधुनिकतावादी मुंह नहीं खोलते !