श्रीहरिकोटा (आंध्रप्रदेश) – यहां के सतीश धवन अंतराल केंद्र से भारतीय अंतराल संशोधन संस्था’ ने स्मॉल सॅटेलाईट लाण्च वेईकल डेवलपमेंटल फ्लाइट -१’ (एस.एस.एल.वी.-डी१’) का प्रक्षेपण किया । उसके साथ पृथ्वी उपग्रह तथा छात्रों द्वारा सिद्ध किया गया आजादीसॅट’ उपग्रह भी प्रक्षेपित किया गया; किंतु प्रक्षेपण यशस्वी होने के पश्चात उनका संपर्क टूट जाने का समाचार प्राप्त हुआ है । इसलिए अब इसका कोई उपयोग नहीं हैं ऐसा ‘इस्रो’ने कहा है । इस प्रक्षेपण के लिए ५६ करोड रुपए व्यय हुए हैं ।
#Isro aced a picture-perfect launch of its newly developed Small Satellite Launch Vehicle and deployed #AzadiSAT and EOS-02 in space to mark India's 75 years of Independence.@imsktripathi https://t.co/cSXYlzHLfY
— IndiaToday (@IndiaToday) August 7, 2022
भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुए अब ७५ वर्ष पूरे हुए हैं । इस अवसर का लाभ उठाते हुए पूरे देश की ७५ पाठशालाओं के ७५० छात्रों ने आजादी सॅट’ उपग्रह तैयार किया है । इस उपग्रह का वजन केवल ८ किलोग्रम ही है । उसमें सोलार पैनल’ तथा सेल्फी कैमेरा’ आयोजित किया गया है ।