हिन्दू भक्तों के विरोध करने के उपरांत भी, बेलूर (कर्नाटक) में मंदिर का रथ उत्सव कुरान के पाठ के साथ प्रारंभ किया गया !
क्या आपने कभी ऐसी परंपरा के बारे में सुना है कि, किसी मस्जिद या चर्च में हिन्दू वेद मंत्र से कार्यक्रम आरंभ किया गया हो ?
क्या आपने कभी ऐसी परंपरा के बारे में सुना है कि, किसी मस्जिद या चर्च में हिन्दू वेद मंत्र से कार्यक्रम आरंभ किया गया हो ?
ध्यान दें, कि ऐसी सरकार कभी भी गिरजाघरों और मस्जिदों का सरकारीकरण करने का साहस नहीं करती !
ऐसी घटना रोकने के लिए, हिन्दुओं को हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करने के अलावा अन्य कोई मार्ग नहीं है !
वर्तमान में सिख समाज ‘सिख’ को भिन्न धर्म मानता हैं; परंतु, वास्तव में वह हिन्दू धर्म का ही एक हिस्सा है । भारत में खलिस्तानवाद तीव्रता से बढने पर सिखों द्वारा हिन्दुओं का द्वेष करना, उनके श्रद्धास्थानों पर आघात करने, जैसे प्रकरण बढ गए हैं ।
गुजरात में भाजपा की सरकार होते हुए भी ऐसी घटनाएं होना, हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं ! सरकार को तत्काल हिन्दुओं की रक्षा कर, उन्हें पलायन होने से रोकना होगा !
राजस्थान की काँग्रेस सरकार का हिन्दूद्रोही निर्णय
ब्रिटिशों के समय जैसे प्रतिबंध लगाए गए थे, उसी प्रकार के प्रतिबंध अब काँग्रेस सरकार लगा रही है, यह ध्यान में लें !
पिछले ५० वर्षों से इस विषय में कुछ भी न करने वाली सभी पार्टियों की सरकार के लिए यह लज्जास्पद !
पाक के शहाबाज शरीफ द्वारा प्रधानमंत्री मोदीजी की शुभेच्छाओं का उत्तर `पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध रखने हेतु इच्छुक !’
हिन्दुओं के मंदिरों में घुसकर देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड करने तक धर्मांधों की हिम्मत बढी है, ऐसे `आधुनिक गझनी’ के विरोध में तत्काल कार्रवाई करना आवश्यक !
तिरुपती (आंध्रप्रदेश) – यहां के व्यंकटेश्वर मंदीर में १२ अप्रैल को दोपहर में दर्शन हेतु आए श्रद्धालुओं में अफरातफरी मच गई। उस में ३ श्रद्धालू घायल हुए।