Kolhapur Madrasa Demolished : कोल्हापुर में अवैध मदरसों का निर्माणकार्य हटाना प्रारंभ !
हिन्दुत्ववादी संगठनों की आक्रामक भूमिका का परिणाम !
हिन्दुत्ववादी संगठनों की आक्रामक भूमिका का परिणाम !
मुख्यमंत्री के द्वारा हलाल उत्पादों की जांच के आदेश !
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में गुढा ने उनके गांव में पार्टी में प्रवेश किया ।
अजित पवार के विद्रोह के उपरांत राष्ट्र्रवादी कांग्रेस पार्टी भी शिवसेना की भांति दो गुट में बंट गई । जबकि एकनाथ शिंदे ने उनके दल के नेताओं के विरुद्ध विद्रोह कर पार्टी हथिया ली । ऐसे विद्रोह के दो मुख्य कारण हैं । एक : संविधान एवं कानून में स्पष्ट व्यवस्था न होना तथा दूसरा : वंशवाद एवं परिवारवाद की राजनीति ।
सरकार में सम्मिलित होते ही अजित पवार को उपमुख्यमंत्रीपद का दायित्व सौंपा गया ।
१६ जून को कांदिवली के ‘कपोल विद्यानिधि’ विद्यालय में एक अध्यापिका ने नियमित प्रार्थना के उपरांत ध्वनियंत्र पर अजान चलाने की घटना हुई । इस संदर्भ में जानकारी मिलते ही शिवसेना की ओर से पुलिस थाने में शिकायत कर अपराध पंजीकृत करने की मांग की गई है ।
पंजाब में गत कुछ वर्षाें से हिन्दू नेताओं को चुन-चुन कर हत्या करने का षड्यंत्र रचकर उसके अनुसार उनकी हत्याएं भी की जा रही हैं । ऐसी स्थिति में राज्य की पूर्व एवं वर्तमान सरकार की निष्क्रियता ही दिखाई दे रही है ।
४ नवंबर को एक खलिस्तानी द्वारा शिवसेना के नेता सुधीर सूरी की गोली मारकर हत्या की गई । तदुपरांत उनके पुत्र ने सरकार से मांग की है कि सूरी को ‘वीरगति को प्राप्त’ (हुतात्मा) का पद दिया जाए ।
यदि पुलिस सुरक्षा होते हुए भी सुधीर सूरी की हत्या होती है, तो यह स्पष्ट है कि पंजाब में कानून एवं सुरक्षा की स्थिति हिन्दुओं के लिए चिंताजनक है ।
अल्पसंख्यक कहलाने वाले मुसलमान अपराधी कार्यवाहियों में हमेशा आगे रहते हैं, यह ध्यान में ले !