वक्फ बोर्ड को १० करोड दे के विधानसभा चुनाव में हिन्दुओं को भी वोट गवाने के इच्छुक है क्या ?

अभिनेत्री केतकी चितले का बीजेपी से गुस्सा भरा सवाल !

अभिनेत्री केतकी चितले (बाएं)

मुंबई – क्या आप उन लोगों को सशक्त बनाने के लिए १० करोड़ दे रहे हैं जिन्होंने लोकसभा चुनाव में आपको वोट नहीं दिया? अभिनेत्री केतकी चितले ने ‘एक्स’ अकाउंट से एक वीडियो प्रसारित किया है, जिसमें क्षोभ व्यक्त करते हुए प्रश्न उठाया गया है, “क्या आप वक्फ बोर्ड के सशक्तिकरण के लिए १० करोड़ रुपये देकर विधानसभा चुनाव में हिन्दुओं के वोट गवाना चाहते हैं ?” इस वीडियो में केतकी चितले ने कहा है कि वक्फ बोर्ड को सशक्त बनाकर क्या आप रूढ़िवादी कुछ और होगा  हिन्दुओं को अलग-थलग करने जा रहे हैं ? क्या आपने  निश्चय कर लिया है कि ‘मुझे हिन्दू वोट नहीं चाहिए’ जैसे एक छात्र परीक्षा में असफल होने का  निर्णय करता है ? क्या आपने सोचा है कि वक्फ बोर्ड को १० करोड़ रुपये देकर आप कितने हिन्दू वोट खो देंगे ? मुझे बताए आपकी क्या सोच है।

हिन्दुओं की  भूमि अधिग्रहित करने वालों को सशक्त बनाने का उद्देश्य क्या है ? केतकी चितले ने आगे कहा कि  यदि वक्फ बोर्ड  भूमि पर अधिकार जनता है तो उसके विरुद्ध किसी भी अदालत में न्याय नहीं मांगा जा सकता। इसके लिए वक्फ अथॉरिटी के पास जाना होगा। जिस वक्फ बोर्ड ने हिन्दुओं से बड़ी संख्या में भूमि अधिग्रहित कर लीं , उसे दुर्बल करने के स्थान पर आप उन्हें सशक्त बना रहे हैं। यदि आप ऐसा करने जा रहे हैं तो महाराष्ट्र में भी बंगाल जैसी स्थिति बनने में देर नहीं लगेगी। मानखुर्द बांग्लादेशी मुसलमानों से भरा हुआ है। रोहिंग्याओं को भी सिर माथे पर बैठाया जाता है। अब वक्फ बोर्ड को सशक्त बनाकर भारत को मुस्लिम राष्ट्र घोषित करना चाहते है क्या? तो फिर ये शिव राय का महाराष्ट्र है ऐसा क्यों बोलते है ? महाराष्ट्र को औरंगजेब का है ऐसा घोषित कर दो। वक्फ बोर्ड को सशक्त बनाकर फुले, अम्बेडकर और छत्रपति का अपमान न करें; क्योंकि उन्होंने कभी ऐसे कार्य नहीं किए .

…तो चलिए विधानसभा में नोट के लिए वोट करें!

लोकसभा में किसे वोट देना है ये तय हो गया। मैंने उसे वोट दिया जिसे हम अपना प्रधान मंत्री बनाना चाहते हैं; लेकिन विधान सभा में ‘कौन सा झंडा लिया जाए?’ यह आरंभ से ही बोल रही थी; लेकिन आपने वक्फ बोर्ड के सशक्तिकरण के लिए धन उपलब्ध कराकर मेरी राय की पुष्टि की है। केतकी चितले ने कहा है कि यदि ऐसा है तो हम विधानसभा में ‘नोटा’ (वोटिंग मशीन में किसी भी खड़े उम्मीदवार को वोट न देने की सुविधा) को वोट अवश्य देंगे।