‘सनातन प्रभात’ द्वारा जागृत की गई धर्मशक्ति ही हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करेगी !
वर्तमान में ‘सनातन प्रभात’ का ब्राह्म-क्षात्रतेज के दृष्टिकोण से विकसित पाठकवर्ग ही सनातन धर्म की शक्ति बन गया है । ‘सनातन प्रभात’ द्वारा जागृत की गई यह धर्मशक्ति धर्मसंस्थापना के कार्य को बल प्रदान करेगी तथा बहुत शीघ्र ही हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करेगी !’ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले
मैं ‘सनातन प्रभात’ : श्रीविष्णुस्वरूप गुरुदेवजी की लेखनी की चैतन्यमय धार प्राप्त एक अविरत कार्यरत धर्मयोद्धा !
‘मेरे कार्य को २५ वर्ष पूर्ण हो गए हैं । ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना की कार्यपूर्ति हेतु त्रिभुवन में घटित असंख्य स्थूल एवं सूक्ष्म घटनाओं का मैं साक्षी बन पाया । यह सब श्रीविष्णुस्वरूप गुरुदेवजी सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के कृपाशीर्वाद से संभव हुआ ।
दैनिक की सेवा से साधकों में गुणवृद्धि करनेवाले सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी !
‘सनातन प्रभात’ नियतकालिकों के पूर्व समूह संपादक डॉ. दुर्गेश सामंत को सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी से सीखने के लिए मिले सूत्र
सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी द्वारा साधकों, राष्ट्रभक्तों तथा धर्मरक्षकों को बताई गई कलियुग की गीता है ‘सनातन प्रभात’ !
‘श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को बताई गई भगवद्गीता की भांति ‘सनातन प्रभात’ भी सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी द्वारा साधकों, राष्ट्रभक्तों तथा धर्मरक्षकों को बताई गई कलियुग की गीता है’, इसका मैं ‘सनातन प्रभात’ के प्रकाशन दिवस से अनुभव कर रहा हूं ।
हिन्दुत्वनिष्ठों के लिए मार्गदर्शक ‘सनातन प्रभात’ !
पाक्षिक ‘सनातन प्रभात’ के रजत जयंती महोत्सव विशेषांक के निमित्त से श्री. घनवट को हिन्दू-संगठन का कार्य करते समय ‘सनातन प्रभात’ नियतकालिकों के कारण मिली सहायता तथा उन्हें प्राप्त अनुभव यहां दे रहे हैं ।
‘सनातन प्रभात’ हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के आंदोलन का ऊर्जास्रोत है !
‘सनातन प्रभात’ में रखे जानेवाले विषयों के कारण अभियानों एवं आंदोलनों का आरंभ !
२५ वर्ष… संघर्ष में अनुभव किए अखंड गुरुकृपा के !
वर्षगांठ के उपलक्ष्य में जिसकी पूजा की जाती है, ऐसा एकमात्र नियतकालिक है ‘सनातन प्रभात’ !
‘सनातन प्रभात’ की कुछ प्रमुख विशेषताएं !
काल के अनुसार उचित साधना पद्धति के विषय में मार्गदर्शन करनेवाला !
‘सनातन प्रभात’ नियतकालिकों का ‘ऑनलाइन’ प्रसारकार्य !
वर्तमान में वीडियो (ध्वनीचित्रीकरण) विचारों को प्रसृत करने का तथा लोगों को जमाए रखने का प्रचलित माध्यम बन गया है । ‘सनातन प्रभात’ भी विगत कुछ वर्षाें से वीडियोज के माध्यम से बडे स्तर पर जागृति लाने का प्रयास कर रहा है ।