अमेरिका का अराजक ! 

आज अमेरिका में पल रही बंदूक संस्कृति (नहीं, विकृति) भविष्य में संपूर्ण विश्व में फैल गई, तो कितना बडा अनर्थ हो जाएगा ? क्या इसका अमेरिका को भान है ?

दाभोलकर-पानसरे हत्या की भटकी हुई जांच की कथा

इस पुस्तक में समाहित ‘जांच का एक अनुत्तरित प्रश्न : पिस्तौल गई कहां ?’, इस एक ही अध्याय से इस जांच में हो रही सामान्य लोगों की भी समझ में आनेवाली त्रुटियां सामने आती हैं । इन जांच संस्थाओं की यह जांच देखकर अक्षरशः ‘हंसे या रोएं ?’, यही समझ में नहीं आता ।

अगले वर्ष निवृत्ति वेतन प्राप्त होने के लिए नवंबर २०२३ में अधिकोष को ‘जीवन प्रमाणपत्र’ (‘लाइफ सर्टिफिकेट’) दें ! 

सर्वत्र के सेवानिवृत्ति वेतन धारकों के लिए महत्त्वपूर्ण जानकारी !

आयुर्वेदानुसार आचरण कर बिना औषधियों के निरोगी रहें !

बाढ, विश्वयुद्ध आदि आपदाओं में डॉक्टर, औषधि आदि की अनुपलब्धता की स्थिति में तथा सामान्यत: भी उपयुक्त !

छठ पूजा (१९ नवंबर)

पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में इसे सबसे बडा त्योहार मानते हैं । इसमें गंगा स्नान का महत्त्व सबसे अधिक है । यह व्रत स्त्री एवं पुरुष दोनों करते हैं । यह चार दिवसीय त्योहार है

तुलसी विवाह

कार्तिक शुक्ल द्वादशी पर तुलसी विवाह उपरान्त चातुर्मास में रखे गए सर्व व्रतों का उद्यापन करते हैं । जो पदार्थ वर्जित किए हों, वह ब्राह्मण को दान कर, फिर स्वयं सेवन करें ।

देवदीपावली

इस दिन अपने कुलदेवता तथा इष्टदेवतासहित, स्थान-देवता, वास्तुदेवता, ग्रामदेवता और गांव के अन्य मुख्य उपदेवता, महापुरुष, वेतोबा इत्यादि निम्नस्तरीय देवताओं की पूजा कर उनकी रुचि का प्रसाद पहुंचाने का कर्तव्य पूर्ण किया जाता है ।

ज्योतिषशास्त्र : काल की अनुकूलता एवं प्रतिकूलता बतानेवाला शास्त्र !

‘ज्योतिषशास्त्र,‘भविष्य बतानेवाला शास्त्र है’ ऐसा अनेक लोगों को लगता है और इसलिए उन्हें लगता है कि ज्योतिषी हमारा भविष्य विस्तार से बताए । क्या वास्तव में ज्योतिष भविष्य बतानेवाला शास्त्र है, यह इस लेख से हम समझ लेंगे । इससे पूर्व ज्योतिषशास्त्र का प्रयोजन समझ लेंगे ।

निरोगी एवं दीर्घायु जीवन के लिए ‘आयुर्वेद’ !

‘रोग अथवा विकार से बचने के लिए दैनिक जीवन का आहार-विहार (क्रिया) इत्यादि कैसा हो’, यह प्रत्येक मानव को ज्ञात होना अत्यंत महत्त्वपूर्ण है । इसीके साथ विकार होने पर ‘खाने-पीने से सबंधित पथ्य-अपथ्य’ अर्थात ‘क्या खाएं और क्या न खाएं ?’ यह भी ज्ञात होना अत्यंत महत्त्वपूर्ण है ।

स्वास्थ्य संबंधी शंका-समाधान

सवेरे ११ बजे के उपरांत अल्पाहार अथवा सीधा दोपहर का भोजन करें । तब तक यदि भूख लग भी जाए, तो केवल पानी पीएं । चाय न पीएं ।