पीलीभीत (उत्तरप्रदेश) की दुकानों से पाकिस्तानी जिहादी संगठन ‘दावत-ए-इस्लामी’ के लिए धन इकट्ठा किया जाता है !

जिहादी संगठन के लिए भारत में इस प्रकार धन इकट्ठा किया जाता है । तब सुरक्षातंत्र को इसके विषय में कुछ भी ज्ञात न होना, लज्जाजनक ! आतंकवादी संगठन के लिए पैसे मांगनेवाले और उसके लिए पैसे देनेवाले, ऐसे सभी लोगों पर कठोर कार्रवाई होना आवश्यक !

ईद में हिन्दुओं के लिए मां समान गाय की बलि न दें !

यह ईद के समय क्यों बताना पडता है ? देश में प्रतिदिन सर्वत्र मुसलमान कसाई गोहत्या करते हैं । देश के सभी मुसलमान तथा धार्मिक नेता उसे रोकने का आवाहन क्यों नहीं करते ?

मुस्लिम प्रत्याशी के विजय के बाद ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे!

भारत में रहकर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगानेवालों को आजीवन कारावास में डालें!

उदयपुर हत्याकांड में सम्मिलित थे २ मौलवी और २ अधिवक्ता !

जिहादी गतिविधियों में उच्च शिक्षित अधिवक्ताओं की भागीदारी को देखते हुए ´´ मुसलमानों को मुख्यधारा में लाकर ही उनकी, अपराधों में हो रही वृद्धि को कम किया जा सकता है? ऎसा तर्क देने वालों का अब क्या कहना है ?

मेरठ (उत्तरप्रदेश) में मुसलमान मित्रों ने की हिन्दू युवक की हत्या !

ऐसे लोगों को कठोर दंड मिलने के लिए उत्तरप्रदेश सरकार को प्रयास करना चाहिए, ऐसी हिन्दुओं की अपेक्षा है !

तिरुपुर (तमिलनाडू) में अवैध मस्जिद को ताला लगाने के न्यायालय के आदेश का मुसलमानों ने ‘मार्ग बंद’ आंदोलन कर किया विरोध !

न्यायालय के आदेश का अपमान करने वालों के विरुद्ध देश का एक भी धर्मनिरपेक्षतावादी राजनीतिक पक्ष तथा संगठन मुंह नहीं खोलते, यह ध्यान में ले !

‘हलाला’ के लिए मना करने पर धर्मांध ने पूर्व पत्नी पर फेंका एसिड

अल्पसंख्यक कहलाने वाले धर्मांध, अपराध के क्षेत्र में बहुसंख्यक होते हैं, यह ध्यान में लें !

उदयपुर में हुई घटना के लिए उत्तरदायी  हैं नूपुर शर्मा ! – उच्चतम न्यायालय

हिन्दू विरोधी चित्रकार एम.एफ. हुसैन द्वारा हिन्दू देवी-देवताओं की अश्लील और नग्न चित्र  चित्रित किए जाने के उपरांत  देश भर में १२,००  शिकायतें प्रविष्ट की गईं, जबकि ५ स्थानों  पर अपराध प्रविष्ट  किए गए। जनता यह नहीं भूली है कि उस समय  देहली में याचिकाओं की संयुक्त सुनवाई हुई थी !

बांग्लादेश में मुसलमान विद्यार्थियों द्वारा हिन्दू शिक्षक की हत्या

इस विषय में भारत सरकार चुप क्यों ? इस्लामी देश और उनके संगठन चुप क्यों ? भारत में किसी हिन्दू द्वारा मुसलमान के संबंध में ऐसी घटना हुई होती, तो संपूर्ण विश्व में भारत और हिन्दुओं के विरुद्ध इस पर प्रतिक्रिया हुई होती !

न्यायालय का निर्णय न माननेवालों को कर्नाटक राज्य के हिन्दुओं ने अच्छा पाठ पढाया है ! – अधिवक्ता अमृतेश एन्.पी., राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

‘‘कर्नाटक राज्य से आरंभ हुआ ‘हिजाबविरोधी आंदोलन’ कुछ दिन उपरांत राष्ट्रीय विषय बना । इसमें कुछ मुसलमान छात्राओं ने ‘हम हिजाब पहनेंगे ही’, इस मांग को लेकर कर्नाटक उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की । इस याचिका के पक्ष में लडने के लिए अनेक अधिवक्ता खडे रहे, तो सरकार के पक्ष में और विरोध में लडने के लिए अत्यंत अल्प संख्या में अधिवक्ता थे ।