व्यक्ति जो आहार ग्रहण करता है, उसका व्यक्ति पर आध्यात्मिक स्तर पर होनेवाला परिणाम

पहले प्रयोग में व्यक्ति को उपाहार गृह में बनाए गए शाकाहारी (मिक्स वेज) एवं मांसाहारी (फिशफ्राई एवं चिकनफ्राई) पदार्थ खाने के लिए दिए गए । दूसरे प्रयोग में उसे सात्त्विक स्थान पर (सनातन के आश्रम में) बनाई गई सब्जी खाने के लिए दी गई ।

देहली के भारत सरकार के ‘कथक केंद्र’ में महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय द्वारा संगीत शोध का प्रस्तुतीकरण !

कथक केंद्र की कथक गुरु श्रीमती मालती श्याम, गायन गुरु श्री. ब्रिजेश मिश्रा एवं कु. तेजल पात्रीकर के हस्तों दीपप्रज्वलन किया गया । इस कार्यक्रम में इस कथक केंद्र में गायन, वादन एवं नृत्य सीखनेवाले छात्र तथा उन्हें शिक्षा देनेवाले कुछ गुरुजन उपस्थित थे ।

वास्तु के अलग-अलग स्थानों में विचरण करते समय वहां कार्यरत स्पंदनों का व्यक्ति पर (उसकी सूक्ष्म ऊर्जा पर) परिणाम

वास्तु में विद्यमान स्पंदनों का प्रभाव व्यक्ति का मन, बुद्धि एवं शरीर पर पडता है । उसके कारण वास्तुशास्त्र के नियमों को ध्यान में लेकर घर का निर्माण करने से मनुष्य को अच्छा स्वास्थ्य, सुख एवं समृद्धि प्राप्त होती है ।

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत बाळाजी आठवलेजी द्वारा लिखित तथा आध्यात्मिक शोध पर आधारित शोधनिबंध का अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक परिषद में प्रस्तुतीकरण !

महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय द्वारा फ्रांस में आयोजित २४ अक्टूबर २०२२ को ‘इंटरनेशनल समिट ऑन फैशन, ब्यूटी एंड कॉस्मेटोलॉजी एक्सपो’ परिषद में ‘आभूषण व्यक्ति के प्रभामंडल पर कैसे परिणाम करते हैं ?’ इस शोधनिबंध का ‘ऑनलाइन’ प्रस्तुतीकरण किया गया ।

स्त्री ने स्वयं में सकारात्मकता बढाई, तो उससे उसके घर के सदस्यों सहित समाज भी संस्कारशील बन सकता है ! – सुश्री (कु.) तेजल पात्रीकर, महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय

‘‘महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक शोध में महिलाओं एवं पुरुषों को ३०-३० मिनट ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ नामजप करने के लिए कहा गया । उस समय नामजप करने से पूर्व तथा करने के उपरांत ‘यू.ए.एस.’ (यूनिवर्सल ऑरा स्कैनर)’ के द्वारा उनका सकारात्मक प्रभामंडल नापा गया ।

मथुरा में महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय की ओर से शिक्षकों के लिए ‘तनावमुक्त जीवन के लिए अध्यात्म’ विषय पर मार्गदर्शन

महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय द्वारा यहां के राधा माधव इंटर महाविद्यालय में शिक्षकों के लिए ‘तनावमुक्त जीवन के लिए अध्यात्म’ विषय पर मार्गदर्शन का आयोजन किया गया था ।

फरीदाबाद में महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय की ओर से छात्रों को बहियों का वितरण

महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय द्वारा यहां के शुभम् विद्यामंदिर विद्यालय के छात्रों के लिए बहियों का निःशुल्क वितरण किया गया ।

अगस्त २०२२ में अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक परिषदों में सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी द्वारा लिखित आध्यात्मिक शोधकार्य पर आधारित २ शोधनिबंधों का प्रस्तुतीकरण !

विश्वविद्यालय ने अक्टूबर २०१६ से ३१ अगस्त २०२२ की अवधि में १७ राष्ट्रीय तथा ७९ अंतरराष्ट्रीय, ऐसे कुल मिलाकर ९६ वैज्ञानिक परिषदों में शोधनिबंध प्रस्तुत किए हैं । विश्वविद्यालय को अभी तक कुल ११ अंतरराष्ट्रीय परिषदों में ‘सर्वाेत्कृष्ट प्रस्तुतीकरण पुरस्कार’ प्राप्त हुए हैं ।

बांसुरीवादन के द्वारा संगीत साधना, क्रियायोग की ध्यानसाधना तथा चिन्मय मिशन की ज्ञानसाधना के आनंद की निरंतर अनुभूति लेनेवाले बांसुरीवादक पंडित हिमांशु नंदा !

भारत की गुरु-शिष्य परंपरा के अनुसार श्री गुरु शिष्य पर क्रोधित होते हैं और आवश्यकता पडने पर गालियां भी देते हैं; परंतु शिष्य को उसका बुरा नहीं लगता । अन्य किसी ने गाली दी, तो क्रोध आएगा; परंतु श्री गुरु ने गाली दी, तो शिष्य कहता है, ‘यह तो श्री गुरु की कृपा हुई !’ यही शिष्य का समर्पण है ।

ठाणे के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पं. निषाद बाक्रे ने अवलोकन किया महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय का कार्य !

महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय का कार्य समझ लेने के लिए आए पं. निषाद बाक्रे ने रामनाथी (गोवा) के सनातन के आश्रम का भी अवलोकन कर वहां का कार्य समझ लिया ।