अगले ४५ दिन मंदिर केवल मुखदर्शन
पंढरपुर(महाराष्ट्र) – राज्य के लाखों भक्तों का आस्था स्थान श्री विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर के लिए राज्य सरकार ने ७३ करोड रुपए का प्रावधान किया है । इस निधि से मंदिर समूह और परिवार देवता के मंदिरों का जतन किया जाने वाला है । पहले स्तर का काम प्रारंभ कर श्री विट्ठल मंदिर के गर्भगृह का चांदी का पत्रा (शीट) निकालना प्रारंभ किया है । अगले ४५ दिन मंदिर दर्शन के लिए बंद रहेगा और प्रतिदिन केवल ५ घंटे केेवल मुखदर्शन हो सकेंगे । मंदिर का काम प्रारंभ होने से भक्तों की संख्या अत्यधिक घटकर परिसर में कोरोना महामारी के समय ‘लॉकडाउन’ जैसी स्थिति है ।
Maharashtra: Renovation work commences at Shri Vitthal Temple in Pandharpur
'Padsparsh’, which is touching the feet of Vitthal and Rukhmini deities, will not be allowed; Only 'Mukhadarshan' (viewing the Deity from a Distance) allowed for next 45 Days
🙏🏻 श्री विठ्ठल व… pic.twitter.com/o7GmXtGMz4
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) March 17, 2024
आषाढी यात्रा के पूर्व मंदिर समिति की ओर से संवर्धन कार्य पूर्ण करने का प्रयास किया जाएगा । श्री विट्ठल मंदिर में पिछले ४० वर्षों से अनेक बदलाव किए गए हैं । विशेष रूप से गर्भगृह में ग्रेनाइट, मार्बल, शहाबाद ऐसे अनेक प्रकार के पत्थर लगाए गए हैं । कुछ नए निर्माण कार्य किए गए हैं । वर्तमान में मंदिर की कमान को लगाया गया चांदी का आवरण (शीट) निकालना प्रारंभ किया गया है ।
पहले स्तर पर आगे के काम किए जाएंगे !
पहले स्तर पर प्राप्त होने वाले २५ करोड रुपए से दीवारों और खंभों की स्वच्छता करना, दिया हुआ रंग निकालना, खराब हो गए पत्थर के निर्माण कार्य दुरुस्त करना, नया करना, पुरातन शैली में नया निर्माण कार्य करना, पानी टपक रहा है उसे रोकना, दीपस्तंभ दुरुस्त करना, मंदिर के मुख्य गर्भगृह में लगे ग्रेनाइट, मार्बल पत्थर निकालना यह काम किए जाएंगे ।