हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने की कुलगुरु डॉ. प्रकाश महानवर से सद्भावना भेंट !

बाईं ओर से श्री. विनोद रसाळ, श्री. राजन बुणगे, सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, कुलगुरु डॉ. प्रकाश महानवर, श्री. संजय साळुंखे एवं कु. वर्षा जेवळे

सोलापुर, १४ जून (संवाददाता) – हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने १३ जून को यहां के पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होळकर विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. प्रकाश महानवर से सद्भावना भेंट की । इस अवसर पर इन दोनों में ‘भारतीय ज्ञान परंपरा के संदर्भ में किस प्रकार प्रसार का आयोजन एवं नियोजन किया जाए ?’, इस पर विचारमंथन हुआ । इस अवसर पर ‘पूर्व भाग सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल’के अध्यक्ष श्री. संजय साळुंखे, हिन्दू जनजागृति समिति के सोलापुर जिला समन्वयक श्री. राजन बुणगे, साथ ही समिति की कु. वर्षा जेवळे एवं श्री. विनोद रसाळ उपस्थित थे ।

इस अवसर पर सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने डॉ. प्रकाश महानवर को ‘तनावमुक्ति हेतु उपाय’ ‘रूढी-परंपराओं को संजोने हेतु प्रयास करना’, ‘ग्रह-तारों का सकारात्मक तथा नकारात्मक परिणाम कैसे होता है ?, इस संबंध में शोधकार्य, साथ ही ‘मंदिर में बैठने से होनेवाले सकारात्मक परिणाम’, इन विषयों की जानकारी दी ।

इस पर डॉ. प्रकाश महानवर ने कहा, ‘‘आप इस विश्वविद्यालय में कभी भी ऐसे उपक्रम ले सकते हैं । आपका सदैव ही स्वागत है । ऐसे अच्छे उपक्रमों के लिए हम हमारे विश्वविद्यालय में निश्चित ही अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे । केवल इतना ही नहीं, अपितु विश्वस्तर पर भी उपयुक्त बातों के लिए भी जो उपक्रम होंगे, उनके लिए भी हम सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे । आज ‘दादी का बटुआ’ तथा ‘आयुर्वेद’ के विषय में भी उद्बोधन करना आवश्यक है तथा उस विषय में शोध कर उसे वैज्ञानिक भाषा में बताया गया, तो उसमें समाज का हित है ।’’