कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरायमय्या द्वारा पुलिस अधीक्षक का अनादर !
बैठक समाप्त होने पर मुख्यमंत्री से पहले कुर्सी से उठे पुलिस अधीक्षक को चिल्लाकर उन्हें पुन: बैठने के लिए कहा !
बैठक समाप्त होने पर मुख्यमंत्री से पहले कुर्सी से उठे पुलिस अधीक्षक को चिल्लाकर उन्हें पुन: बैठने के लिए कहा !
भारत में प्रत्येक हिन्दू को गाय का महत्त्व ज्ञात है तथा गाय के विषय में भावनाएं भी ज्ञात है; परंतु वेंकटेश जानबूझकर मुस्लिमों की चापलूसी, हेतु ऐसा वक्तव्य देते हैं, यह ध्यान में आता है !
जिस राजनीतिक दल ने भारत का विभाजन किया, उस दल को राहुल गांधी किस आधार पर धर्मनिरपेक्ष प्रमाणित कर रहे हैं ?, यह उन्हें स्पष्ट करना चाहिए ! मुस्लिम लीग यदि धर्मनिरपेक्ष दल हो, तो धर्मांध दल कौनसा है ?, इसकी अब खोज करनी पडेगी !
वीर सावरकरजी के समकालीन साम्यवादियों के दृष्टीकोण से सावरकरजी का महत्त्व क्या था तथा उनके वंशजों ने सावरकर जी को किस प्रकार अपमानित किया, इस विषय पर यह विशेष विचारणीय लेख हमारे पाठकों के लिए प्रसारित कर रहे हैं ।
ऐसी याचिकाओं पर ध्यान देना, यह सर्वोच्च न्यायालय का काम नहीं । इस याचिका का लाभ किसे होनेवाला है ?, ऐसा प्रश्न याचिकाकर्ता से पूछे जानेपर वे संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए ।
कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता में आने का परिणाम ! कर्नाटक में अब कांग्रेस की पाकिस्तानी सरकार चालू होने से ऐसी घटनाएं नियमित होने पर आश्चर्य न हो ! कांग्रेस को चुनकर लाने वाले हिन्दू अब तो जागेंगे क्या ?
यद्यपि एम्नेस्टी संस्था पूरे विश्व में ऐसा कहती है कि वह मानवाधिकार के लिए काम करती है, तब भी समय-समय पर यह बात सामने आई है कि वह हिन्दूद्वेषी तथा भारत विरोधी कार्यवाहियां करती है । अभी भी उसकी मांगों से उसका भारतद्वेषी तथा हिन्दूद्वेषी स्वरूप सामने आया है !
कर्नाटक के उप मुख्य मंत्री डी.के. शिव कुमार । शपथ ग्रहण से पूर्व जाकर टीपू सुलतान की कब्र के दर्शन एवं उसका आशीर्वाद लेकर आए, तदुपरांत उप मुख्य मंत्री बने । कांग्रेस पार्टी खुलेआम इतना कुछ करती है । तब भी हिन्दू उसको मत देते हैं, इससे अधिक दुर्भाग्य क्या हो सकता है ?
ध्यान दें ! समान नागरिकता कानून लागू होने से मुसलमान ४ विवाह नहीं कर सकेंगे, अल्पसंख्यक के नाते दी जानेवाली अन्य सुविधाएं रद्द हो जाएंगी, इसलिए मदनी पैर पटक रहे हैं !
अन्य समय गंगाजल एवं गोमूत्र को अंधश्रद्धा कहनेवाली कांग्रेस को अब यह बातें पवित्र कैसे लगने लगी ? गोहत्या प्रतिबंध का समर्थन न करनेवाले पुरो(अधो)गामी कांग्रेस को गोमूत्र का महत्त्व कैसे समझ में आने लगा ?