चीन के २ प्रतिष्ठानों ने मानचित्र से इजरायल का नाम हटाया !
चीन के ‘बायडू’ और ‘अली बाबा’ इन प्रतिष्ठानों द्वारा अपने जालस्थल के मानचित्रों से इजरायल का नाम हटाए जाने का समाचार प्रसारित हुआ है ।
चीन के ‘बायडू’ और ‘अली बाबा’ इन प्रतिष्ठानों द्वारा अपने जालस्थल के मानचित्रों से इजरायल का नाम हटाए जाने का समाचार प्रसारित हुआ है ।
२ चीन सीमा पर और १ पाक सीमा पर तैनात की गई है । यह प्रणाली भारत ने रूस से खरीदी है ।
देश को एक ओर जहां बाळशास्त्री जांभेकर, आगरकर, लोकमान्य टिळक, आचार्य प्र.के. अत्रे आदि पत्रकारों की धरोहर प्राप्त है, वहीं दूसरी ओर आज ‘न्यूजक्लिक’ जैसे एक ‘न्यूज पोर्टल’(वेबसाइट) चीनी उद्योगपतियों से लाखों रुपए की दलाली लेकर भारतविरोधी पत्रकारिता करते हैं ।
रूस-यूक्रेन, इसरायल-हमास में हो रहे युद्ध के कारण विश्व अस्थिर हो गया है । ऐसे में चीन एवं पाकिस्तान का गठन विश्व को महायुद्ध की खाई में धकेलने के लिए प्रयास कर सकता है । इसलिए भारत को सतर्क रहने के साथ साथ युद्धसज्ज होना भी आवश्यक !
हमास का निषेध करनेवाले प्रस्ताव को रूस, चीन और संयुक्त अरब अमिरात के विरोध करने पर इजरायल ने फटकारा !
अत: अब चीन के पाठ्यक्रम में साम्यवादियों का उदात्तीकरण करनेवाला पाठ्यक्रम होगा, यह निश्चित ! साम्यवाद के विषय में इस प्रकार झूठा इतिहास सीखकर निर्माण हुई पीढी कैसी होगी, इस संदर्भ में विचार ही न करें, तो अच्छा !
इससे भारत के तथाकथित पुरोगामियों और धर्मनिरपेक्षतावादियों के पेट में शूल उठे तो आश्चर्य न होगा !
इससे पूर्व इजीप्त में इजरायली पर्यटकों पर गोली चलाई गई थी । उसमें २ इजरायलियों के साथ इजीप्त के एक नागरिक की भी मृत्यु हुई थी ।
भारत जिन देशों की सहायता करता है, उनमें से अधिकांश देश भारत के साथ विश्वासघात करते हैं, ऐसा ही दिखाई देता है । इसलिए भारत को किसी की सहायता करने के पूर्व विचार करना आवश्यक है !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह उत्तराखंड के पिथौरागढ में किए आदि कैलाश पर्वत के दर्शन । यहां पार्वती कुंड भी है । प्रधानमंत्री मोदी ने यहां पूजा की । यहां से चीन की सीमा लगभग २० किलोमीटर दूरी पर है ।