Global Times China : (और इनकी सुनिए…) ‘चीन से ईर्ष्या करते-करते भारत ने पडोसी देशों से संबंध बिगाड दिए है, अब इस स्थिति के लिए चीन को उत्तरदायी न समझा जाए !’ – चीन का मुखपत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’

पूरा संसार जानता है कि चीन का कोई मित्र देश नहीं है । चीन जिससे आत्मीयता दिखाता है, वह केवल स्वार्थ के लिए होती है, यह सत्य स्पष्ट है । इसलिए चीन भारत की ओर ऊंगली न दिखाएं, पहले अपनी ओर ही देखे ।

भारत आत्मविश्‍वास के साथ तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है ! – चीन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की विदेश नीति में सकारात्मक परिवर्तन हुआ है, ऐसी प्रशंसा चीन के सरकारी मुखपत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ने की है ।

चीनी दूतावास के अधिकारियों द्वारा नागपुर संघ मुख्यालय का दौरा !

एक अंग्रेजी दैनिक ने समाचार प्रकाशित किए हैं कि चीनी दूतावास के कुछ अधिकारियों ने दिसंबर २०२३ में यहां के रा.स्व. संघ के मुख्यालय का दौरा किया ।

Jaishankar On Canada : कनाडा की राजनीति में खालिस्तान का सहयोग होने से ही दोनों देशों के संबंध बिगड गए !

भारत के विदेशमंत्री डॉ. एस. जयशंकर का स्पष्ट कथन  ! मुझे लग रहा है, यह न तो भारत, न ही कनाडा के हित में है । ऐसा विधान उन्होंने किया ।

China Spy Ship : शोध के नाम पर गुप्तचरी करनेवाली चीन की नौका को एक वर्ष तक अपने बंदरगाह पर आने से प्रतिबंध !

भारत के दबावतंत्र को बडी सफलता  !
श्रीलंका का बडा निर्णय !

Pakistan Air Force China : भारत को मात देने के लिए पाकिस्‍तान ने चीन से लिए हवाई जहाज बेकार : पाकिस्‍तान को लगा करोडों रूपए का चूना

पाकिस्‍तान की आर्थिक स्‍थिति पहले से ही बहुत बुरी है, चीन की इस धोखाधड़ी ने इसमें और वृद्धि कर दी है ! चीन से संबंध रखने पर और क्‍या होगा ?

चीन के पूर्व नौसेना प्रमुख डोंग जून बने चीन के नए रक्षा मंत्री !

भूतपूर्व रक्षा मंत्री ली शांगफू गत ३ माह से लापता हैं जिसके कारण उस समय से रक्षा मंत्री का पद रिक्त था ।

China On India Philippines : (और इनकी सुनिए…) ‘दोनों देशों को तीसरे देश की सार्वभौमिकता का ध्यान रखना चाहिए !’ – चीन

भारत-फिलिपींस की नौसेना के एकत्रित अभ्यास के कारण चीन परेशान !

China AI Weapons : शत्रु सेना को निद्राधीन करने के लिए ‘एआई’ की सहायता से हथियार निर्माण कर रहा है चीन ! 

भारत, अमेरिका तथा ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध होगा उपयोग !

Myanmar : म्यांमार के सशस्त्र विद्रोहियों के गुटों ने चीन सीमा पर स्थित एक और चौकी पर किया नियंत्रण !

म्यांमार के सैन्य शासक और चीनी राष्ट्रपति चिंतित ।