चीनी मोबाईल फोन की आयात में पूरे ५५ प्रतिशत की गिरावट !
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ नीति की घोषणा करने के पश्चात भारत आत्मनिर्भरता की राह पर है ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ नीति की घोषणा करने के पश्चात भारत आत्मनिर्भरता की राह पर है ।
चीन से बाहर निकल गए २३ प्रतिशत युरोपीय निवेशियों में से सर्वाधिक निवेशियों ने भारत में निवेश किया है । इसके अतिरिक्त इंडोनेशिया एवं विएतनाम में भी निवेश बढ रहा है ।
सहस्रों करोड रुपए का राजस्व भरे बिना वे रुपए चीन को भेजने तक क्या भारतीय तंत्र सो रहा था ? क्या सूचना तंत्र इसकी जानकारी लेते हैं कि कितने और विदेशी प्रतिष्ठान ऐसा कर रहे होंगे ?
उठते बैठते भारत पर निशाना लगाने वाला पाकिस्तान ! पाकिस्तान को समझ आए, ऐसी भाषा में ही अब भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए !
ऐसा होने पर भारत को चीन से होने वाला संकट (खतरा) और बढेगा । ऐसे खुरापाती पाकिस्तान को भारत कैसे पाठ (सबक) पढाने वाला है ?
संयुक्त राष्ट्र – चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पाकिस्तानी आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को ‘अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी’ घोषित करने के प्रस्ताव को रद्द कर दिया है । प्रस्ताव भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा संयुक्त रूप से प्रस्तुत किया गया था । मक्की मुंबई पर २६/११ के आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का … Read more
‘स्वयं की समस्या पूरे विश्व की समस्या है’, इस मानसिकता को यूरोप को त्याग देना चाहिए; क्योंकि विश्व की समस्या यूरोप की समस्या नहीं है, ऐसे शब्दों में भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने यूरोप को फटकार लगाई । वे यूरोप में स्लोवाकिया की राजधानी ब्रातिस्लावा में आयोजित ‘ग्लोबसेक २०२२’ परिषद में बोल रहे थे ।
‘एमनेस्टी इंटरनेशनल’ के अनुसार, विश्वभर में अपराधियों को मृत्युदंड देनेवाले देशों की सूची में चीन सबसे ऊपर है । २०२१ में, विश्वभर में दी गई फांसी के दंड में से ८० प्रतिशत फांसी ईरान, मिस्र तथा सऊदी अरब, इन देशों में दी गई ।
चीन ने श्रीलंका को सहस्रों करोड रुपयों का ऋण देकर उसके साथ विश्वासघात किया । जिसके फलस्वरूप आर्थिक दृष्टि से उसकी कमर ही टूट गई । ध्यान दें कि जब नेपाल एवं पाकिस्तान उसी आर्थिक सर्वनाश के मार्ग पर हैं, तब इस प्रकार के तर्कहीन तथा अपरिपक्व वक्तव्य गांधी एवं उनकी कांग्रेस दोनों को इतिहास में विलुप्त करने लिए पर्याप्त हैं !
‘भारत और पाक के बीच यदि अब कोई भी युद्ध हुआ, तो उसका रूपांतरण परमाणु युद्ध में ही होगा’, यह बात भारतियों को सदैव ध्यान में रखकर उस दृष्टि से निरंतर तैयार रहना चाहिए ।