चीन चाहता है कि पडोसी देश समृद्ध हों !

कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बचकाना शोध !

राहुल गांधी और स्तंभकार श्रुति कपिला

लंदन (इंग्लैंड) – कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय उपमहाद्वीप पर चीन के बढते प्रभाव का समर्थन किया है । उनका दावा है कि चीन चाहता है कि उसके पडोसी समृद्ध हों । गांधी, कांग्रेस से जुडे संगठनों द्वारा आयोजित कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में समाचार पत्र की स्तंभकार श्रुति कपिला से बात कर रहे थे ।

अपने पडोसियों, विशेष रूप से भारत के संदर्भ में चीन को एक बढती वैश्विक शक्ति के रूप में उनके विचारों के विषय में पूछे जाने पर, गांधी ने चीन का बचाव करने में कोई कसर नहीं छोडी । गांधी ने कहा, “वर्तमान में दो प्रतिस्पर्धी दृष्टिकोण हैं । एक पश्चिमी है, भारत उसका एक हिस्सा है । यह है समुद्री मार्ग का दृष्टिकोण । दूसरा, भूमि द्वारा व्यापार करने का दृष्टिकोण है । इस व्यापार में चीन का वर्चस्व है । चीन अपने पडोसियों को समृद्धि का दृष्टिकोण दे रहा है । चीन कहता है, हमें आपकी बुनियादी सुविधाओं का निर्माण करने दें । चीन कहता है, हम आपको पैसे देते हैं, आप अपने बुनियादी ढांचे का निर्माण करें ; उसके उपरांत हम एक साथ समृद्ध होंगे ।” गांधी ने कहा, “चीन का यह प्रस्ताव एक बहुत अच्छी परिकल्पना है ।”

सम्पादकीय भूमिका

चीन ने श्रीलंका को सहस्रों करोड रुपयों का ऋण देकर उसके साथ विश्वासघात किया । जिसके फलस्वरूप आर्थिक दृष्टि से उसकी कमर ही टूट गई । ध्यान दें कि जब नेपाल एवं पाकिस्तान उसी आर्थिक सर्वनाश के मार्ग पर हैं, तब इस प्रकार के तर्कहीन तथा अपरिपक्व वक्तव्य गांधी एवं उनकी कांग्रेस दोनों को इतिहास में विलुप्त करने लिए पर्याप्त हैं !