स्वयं के गुप्तचर जहाज का श्रीलंका दौरा स्थगित होनेसे कुढ गया चीन !
जहाज के दौरे को भारत का विरोध कायम
जहाज के दौरे को भारत का विरोध कायम
चीन द्वारा ऐसी चेतावनी गंभीरता से लेने की संभावना अल्प होने के कारण भारत को भी स्वयं के लडाकू विमान चीन की सीमा के पास ले जाकर ‘जैसे को तैसा’ प्रत्युत्तर देना चाहिए !
जब तक भारत चीन को सबक नहीं सिखाएगा, तब तक चीन ऐसे ही दादागिरि करता रहेगा, यह समझकर सरकार को अब तो चीन जिस भाषा में समझे, उसी भाषा में सबक सिखाना चाहिए !
इस प्रतिष्ठान का डुबोया राजस्व उनके द्वारा चक्रवृद्धि (संयुक्त) ब्याज से वसूल करें !
इस अवसर का लाभ लेकर भारत को चाहिए कि चीन को कूटनीतिक तथा भूराजनीतिक स्तर पर नष्ट करने हेतु प्रयास करे, प्रत्येक राष्ट्रप्रेमी नागरिक को ऐसा ही प्रतीत होता है !
दिवालिया हो रहा पाक चीन से कर्ज लेता है और उसी पैसों से उन्हे हानि भरपाई करता है, ऐसा ही कहना पडेगा !
इस कारण भारत को चीन को विश्व के करोडों लोगों की मृत्यु के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उस पर अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर कठोर प्रतिबंध लगाने का प्रयास करना चाहिए !
भारत पर भूटान की रक्षा का उत्तरदायित्व होते हुए, चीन भूटान में घुसपैठ करता है और भारत कुछ भी नहीं करता । यह लज्जास्पद है !
भारत का एक भी शासनकर्ता भारत के मुसलमानों को इस प्रकार का आवाहन करने का साहस नहीं कर सकता, यह वास्तविकता है !
‘शाओमी’, ‘विवो’ के उपरांत अब ‘ओप्पो’ इस चीनी आस्थापन द्वारा इस प्रकार का अपहार (धांधली) सामने आ रहा है । इससे ध्यान में आता है कि ऐसे आस्थापनों को भारत से तडीपार करने की आवश्यकता है !