Bangladeshi infiltration : माहभर में ५० सहस्र (हजार) बांग्लादेशियों का भारत में प्रवेश !
भारत के सुरक्षा तंत्र को बांग्लादेश के आतंकियों को ढूंढकर उन्हें उसी स्थान पर कुचल देना चाहिए, यदि कोई धर्मप्रेमी ऐसा कहता है, तो इसमें चूक क्या है ?
भारत के सुरक्षा तंत्र को बांग्लादेश के आतंकियों को ढूंढकर उन्हें उसी स्थान पर कुचल देना चाहिए, यदि कोई धर्मप्रेमी ऐसा कहता है, तो इसमें चूक क्या है ?
बांग्लादेश के विदेश सचिव एम.डी. जशीम उद्दीन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अंतरिम सरकार के गठन के बाद अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का आगमन दिखाता है कि अमेरिका बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों को कितना महत्व देता है।
रहमानी के भारत पहुंचने के कारण भारतीय सुरक्षा तंत्र की कार्यक्षमता की अपकीर्ति (बदनामी) हुई है, यह निश्चित है । जिसकी भारत के शत्रु के रूप में पहचान है, वह रहमानी भारत में पहुंचता है तथा भारतीय तंत्र को उसकी जानकारी भी नहीं, यह संतापजनक !
भविष्य में बांग्लादेश में ‘मंदिरों को ताला लगाएं’, ‘पूजा-अर्चना बंद करें तथा आगे ‘हिंदुओं का धर्मपरिवर्तन करें, ऐसा आदेश निकला तो आश्चर्य नहीं प्रतीत होगा !
पाकिस्तान या बांग्लादेश में ईशनिंदा का हिंदुओं के विरोध में हथियार के रूप में उपयोग करके उन्हें समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, यह पिछली घटनाओं से देखा जा सकता है।
तस्लीमा नसरीन २०११ से भारत में शरण में हैं। उनका निवास परमिट २७ जुलाई को समाप्त हो गया है। केंद्र सरकार द्वारा अभी तक इसका नवीनीकरण नहीं किया गया है ।
बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमले जारी !
मूर्तियों और हिन्दुओं पर फेंका गया गर्म पानी, ईंटें, पत्थर !
यह वक्तव्य दिखाता है कि बांग्लादेश शेख हसीना से कैसा व्यवहार करेगा! इस स्थिति के लिए शेख हसीना की ही त्रुटि हैं । यदि उन्होंने कड़ा निर्णय लिया होता तो आज यह स्थिति नहीं होती !
जो हिन्दू बांग्लादेश के पुलिस थाने में ही असुरक्षित हैं, तो अन्यत्र उनकी क्या स्थिति होगी ?, इसकी कल्पना करना भी कठिन है । और कितने हिन्दुओं की हत्या के उपरांत भारत सरकार बांग्लादेश को सबक सीखानेवाली है ?
भारत में पिछले ७५ वर्षों से हिन्दू निरंतर मार खाते आ रहे हैं, तथा सभी दलों की सरकारें हिन्दूओं की सुरक्षा के लिए कुछ भी नहीं कर रही हैं । इस कारण हिन्दुओं को भी भविष्य में बांग्लादेश जैसी स्थिति का सामना करना पड सकता है।