उत्तर भारत में नवरात्रि के अवसर पर ऑनलाइन सत्संग संपन्न !

सत्संग में घटस्थापना की विधि और अध्यात्मशास्त्र, नवरात्रि की विविध तिथियों का महत्त्व तथा जागरण करने का अध्यात्मशास्त्रीय आधार, देवीपूजन से संबंधित कुछ कृतियां और उनके लाभ, आदि विषयों पर अध्यात्मशास्त्रीय आधार पर जानकारी दी गई ।

सप्तर्षियों के बताए अनुसार वर्ष २०२० और २०२१ की गुरुपूर्णिमा में पूजन किए गए चित्रों के संदर्भ में सद्गुरु डॉ. गाडगीळजी को हुई अनुभूति !

वर्ष २०२१ की गुरुपूर्णिमा में सप्तर्षियों के बताए अनुसार चित्र बनाकर उसका पूजन रामनाथी आश्रम में किया गया । उस चित्र की ओर देखकर मुझे हुई अनुभूति इस लेख में दी है ।

सनातन के ४६ वें संत पू. भगवंत मेनरायजी की सेवा में रहते समय साधकों को सीखने मिले सूत्र एवं प्राप्त अनुभूतियां !

वर्ष २०१९ में पू. मेनरायजी जब रामनाथी आश्रम में थे, तब मुझे ‘उनके वस्त्र धोने और इस्तरी करने’ की सेवा मिली थी । तब पू. (श्रीमती) मेनरायजी एवं पू. मेनरायजी दोनों ही बीमार थे । उन्हें अधिकांश समय विश्राम ही करना पडता था ।