The Wire : ‘द वायर’ नामक समाचार जालस्थल के अधिग्रहित इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लौटाने के आदेश !
न्यायालय का मत, अभिव्यक्ति स्वतंत्रता की रक्षा करना आवश्यक
न्यायालय का मत, अभिव्यक्ति स्वतंत्रता की रक्षा करना आवश्यक
देशद्रोही कृत्य करनेवाले इस समाचार जालस्थल पर अबतक प्रतिबंध लगाना ही आवश्यक था !
यदि इन पत्रकारों ने चीन से पैसा लेकर भारत विरोधी काम किया है तो इन्हें मृत्युदंड मिलना चाहिए!
इससे पूर्व हुए प्रदर्शन के समय खालिस्तानियों ने भवन पर लहरानेवाला भारतीय राष्ट्रध्वज हटाकर उसका अनादर किया था ।
हजारों वर्षों से इस देश का नाम ‘भारत’ है, और यदि उसका उल्लेख प्रधानमंत्री करते हैं, तो कांग्रेस के पेट में दर्द क्यों हो रहा है ?
‘जी-२०’ सम्मेलन में सहभागी होनेवाले राष्ट्राध्यक्षों को राष्ट्रपति की ओर से रात्रि भोजन का निमंत्रण
कांग्रेस को पेटदर्द !
ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थकों का साहस बढता जा रहा है, ऐसे में उन पर कठोर कार्रवाई करने के स्थान पर भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सरकार निश्चिंत बैठी है, यह उनके लिए लज्जास्पद है !
‘ऐसे मौलानाओं को पाकिस्तान भेज देना चाहिए । वहां उन्हें जितनी स्वतंत्रता का उपभोग करना है करें’, ऐसा कोई कहता है, तो यह गलत नहीं होगा !
ऐसी घटनाएं देश के मुस्लिमों की देशभक्ति पर शंका ही दर्शा रही हैं । क्या धर्म-निरपेक्षवादी एवं आधुनिकतावादी यह सूत्र ध्यान में लेंगे ?
स्वतंत्रता दिवस पर अर्थात १५ अगस्त को शहर के ऐतिहासिक भुईकोट किले पर देश विरोधी घोषणाएं की गईं । इस संदर्भ में व्यवस्था हेतु रखे गए भारतीय सेना तथा भिंगार कैम्प की पुलिस ने कुल मिलाकर ५ जनों को अधिकार में लिया है ।